नई दिल्ली: पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) छोड़ने का ऐलान किया है। यशवंत सिन्हा ने पटना में एक कार्यक्रम में बीजेपी छोड़ने का ऐलान किया। यशवंत सिन्हा ने कहा कि वो दलगत राजनीति से अलग हो रहे हैं और भविष्य में किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़ेंगे। गौरतलब है कि यशवंत सिन्हा काफी लंबे समय से मोदी सरकार के खिलाफ बिगुल बजाए हुए थे। यशवंत सिन्हा मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना करने को कोई मौका नहीं छोड़ रहे थे।
उन्होंने यह ऐलान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के खिलाफ पटना के एसकेएम मेमोरियल हॉल में आयोजित राष्ट्रमंच कार्यक्रम के दौरान किया। इस कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी से नाराज चल रहे शत्रुघ्न सिन्हा के अलावा अन्य दलों के नेता भी पहुंचे हैं।
यशवंत सिन्हा ने संसद सत्र छोटा होने पर केंद्र को घेरा, कहा जान बूझकर भारत सरकार ने सत्र नही चलने दिया, सत्र छोटा रखा। गुजरात चुनाव को लेकर सत्र छोटा हुआ। उन्होने लोकतंत्र को खतरे में डालने वालों को मटियामेट करने का एलान किया।
सिन्हा ने इसी साल 30 जनवरी को राष्ट्र मंच के नाम से एक नए संगठन की स्थापना की थी। तब उन्होंने कहा था कि यह संगठन गैर-राजनीतिक होगा और केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों को उजागर करेगा। शनिवार को कई विपक्षी दलों के नेताओं के साथ मीटिंग के बाद यशवंत सिन्हा ने यह फैसला लिया है।