कोलकाता: पश्चिम बंगाल के दो सीटों पर सोमवार को होने वाले उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच सीधी लड़ाई होने की संभावना है। प्रदेश की उलुबेरिया लोकसभा और नवपाड़ा विधानसभा सीट का उपचुनाव सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच कराया जाएगा। इन दोनों ही सीटों पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर होने की संभावना है। वहीं मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी अपने पुराने गढ़ को हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहा है। उपचुनाव के परिणाम की घोषणा 1 फरवरी को होगी।
हावड़ा जिले के उलुबेरिया लोकसभा क्षेत्र के तृणमूल सांसद सुल्तान अहमद और नॉर्थ 24 परगना जिले के नवपाड़ा विधानसभा के कांग्रेस विधायक मधुसुदन घोष की मौत होने के बाद इन सीटों पर चुनाव की जरूरत थी। उलुबेरिया की सीट पर तृणमूल कांग्रेस 2009 से काबिज है और इस बार पार्टी ने इस सीट से सुल्तान अहमद की पत्नी साज्दा को उतारा है। वहीं, CPI (M) के नेतृत्व में वाम मोर्चे की तरफ से सबीरुद्दीन मुल्ला उम्मीदवार हैं। कांग्रेस ने जहां इस सीट के लिए एसके मदस्सर हुसैन वारसी पर भरोसा जताया है वहीं बीजेपी की तरफ से अनुपम मलिक ताल ठोकेंगे। गौरतलब है कि बीजेपी एकलौती ऐसी पार्टी है जिसने किसी हिंदू उम्मीदवार को टिकट दिया है। उलुबेरिया में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या लगभग 40 प्रतिशत है और यह राज्य की मुस्लिम बहुल लोकसभा सीटों में से एक है।
वहीं, नवपाड़ा विधानसभा सीट की बात की जाए तो तृणमूल कांग्रेस की तरफ से सुनील सिंह, CPI (M) की तरफ से गार्गी चटर्जी, कांग्रेस की तरफ से गौतम बोस और भारतीय जनता पार्टी की तरफ से संदीप बनर्जी अपनी चुनावी किस्मत आजमाएंगे। इस सीट पर 2016 में हुए चुनावों में लेफ्ट समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार ने लगभग 1,000 वोटों के मार्जिन से जीत हासिल की थी। चुनाव आयोग के अनुसार निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए पुलिस दल के 35 दस्तों को यहां तैनात किया जाएगा।