श्रीनगर: कश्मीर मसले पर बातचीत के लिए केंद्र सरकार के विशेष प्रतिनिधि दिनेश्वर शर्मा सोमवार को पांच दिवसीय दौरे पर कश्मीर पहुंचेंगे। वह इस दौरान बहुस्तरीय वार्ता प्रक्रिया शुरू करेंगे। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, नए मध्यस्थ विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों, बुद्धिजीवियों के साथ चर्चा के लिए तीन दिनों तक घाटी में रहेंगे, जबकि बाकी दो दिन वह जम्मू क्षेत्र में रहेंगे। (पीएम मोदी आज करेंगे द्रमुक अध्यक्ष एम करुणानिधि से मुलाकात)
देस के सर्वाधिक उच्च नौकरशाह दिनेश्वर शर्मा को कैबिनेट सचिव के दर्जे के साथ जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। अलगाववादी धड़ों के सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों ने सैयद अली गिलानी को वार्ताकार से मुलाकात के लिए मनाने का प्रयास किया है। सूत्रों के मुताबिक, "गिलानी साहब वार्ता प्रक्रिया का विरोध नहीं करते हैं लेकिन वह ऐसी किसी भी प्रक्रिया के लिए तैयार नहीं है, जिसका उद्देश्य बुनियादी मुद्दे को सुलझाने के बजाए उसमें देरी करना है।
अलगाववादी नेताओं का समूह संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जेआरएल) पहले ही मध्यस्थ के साथ किसी भी तरह की वार्ता की संभावना को खारिज कर चुका है। जेआरएल में गिलानी, मीरवाइज उमर फारुख और यासीन मलिक जैसी अलगाववादी नेता शामिल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्लाह ने रविवार को कहा था कि उन्हें वार्ताकार की नियुक्ति कर वार्ता प्रक्रिया शुरू करने के प्रयास से अधिक उम्मीदें नहीं हैं।