मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच मचा घमासान अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि 10 सालों तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और वर्तमान में चाचौड़ा से कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने कमलनाथ मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री का दर्जा पाए कंप्यूटर बाबा पर हमला बोल दिया है।
दरअसल हाल ही में दिग्विजय सिंह के कट्टर समर्थक माने जाने वाले और कमलनाथ मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त किए कंप्यूटर बाबा ने दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह पर हमला बोलते हुए कहा था 'वह कभी भी किसी भी बात पर टिप्पणी करते हैं जो नहीं करना चाहिए वह हर विषय में बोलना चाहते हैं जो नहीं जानते हैं उस विषय में भी बोलते हैं मैं उन पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता।'
गौरतलब है कि चाचौड़ा से विधायक लक्ष्मण सिंह दिग्विजय सिंह के सगे छोटे भाई हैं लक्ष्मण सिंह पांच बार के सांसद और तीन बार के विधायक है। लक्ष्मण सिंह को मंत्री न बन पाने का दुख सालता रहता है। लक्ष्मण सिंह को कमलनाथ मंत्रिमंडल में मंत्री न बनाए जाने के कारण दुख लगातार सामने आता रहता है इसलिए वह सरकार पर हमले के साथ-साथ पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी हमला करने से नहीं चूकते हैं। 10 दिन में कर्ज माफी के राहुल गांधी के बयान को भी उन्होंने गलत ठहराया था, ऐसे में अपने ही भाई दिग्विजय सिंह के समर्थक कंप्यूटर बाबा का अपने ही ऊपर किया गया हमला लक्ष्मण सिंह को रास नहीं आया और उन्होंने कंप्यूटर बाबा पर करारा हमला कर दिया।
मध्यप्रदेश नदी न्यास के अध्यक्ष कंप्यूटर बाबा को फर्जी बताते हुए उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि इस तरह के जो फर्जी बाबा होते हैं उन से कांग्रेस को पूर्व में ही बहुत नुकसान हुआ है। कांग्रेस अगर ऐसे फर्जी बाबा को साथ में लेगी तो भविष्य में भारी नुकसान होने की संभावना है। और जल पुरुष राजेंद्र सिंह ने कंप्यूटर बाबा के लिए जो कहा था मुख्यमंत्री की मौजूदगी में कहा था तो कहीं ना कहीं मुख्यमंत्री की भी मौन स्वीकृति राजेंद्र सिंह के साथ थी। कंप्यूटर बाबा जो है इस तरीके टिप्पणी खुद ना करें दूसरी बात यह है कि शिक्षित समाज में फर्जी बाबाओं की कोई अहमियत नहीं है। जो साधु-संत व तपस्या करते हैं जो सही मायने में संत हैं उनको दुनिया मानती है मैं भी मानता हूं। पर इस तरह के बाबा जो है उनको शिक्षित समाज कभी स्वीकार नहीं करेगा वह अपना खेल खेलना बंद करें नहीं तो यह पार्टी को नुकसान होगा।