नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में सत्ता का संग्राम दिन-ब-दिन रोमांचक होता जा रहा है। पिछले दो-तीन दिनों से राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच चिट्टी की अदला-बदली चल रही है। इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह आज पार्टी के बागी विधायकों से मिलने बैंगलुरू पहुंचे जहां पुलिस द्वारा एहतियातन हिरासत में लेने के बाद भूख हड़ताल का ऐलान कर दिया है। दिग्विजय ने यहां एक रिसॉर्ट में ठहरे कांग्रेस के बागी विधायकों से मिलने की कोशिश की लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया था।
सिंह ने एक ट्वीट में कहा, "हमें बेंगलुरु पुलिस द्वारा स्थानीय डीसीपी कार्यालय ले जाया गया है। मैं मांग करता हूं कि हमें अपने विधायकों से जरूर मिलने दिया जाए, जो भाजपा की कैद में हैं। मैं अपनी भूख हड़ताल की घोषणा करता हूं, जब तक कि हमें हमारे विधायकों से मिलने नहीं दिया जाता। हम लोकतंत्र में रहते हैं, न कि तानाशाही में।"
इससे पहले सिंह को बुधवार को यहां एहतियातन हिरासत में ले लिया गया था, जब उन्होंने एक रिसॉर्ट में प्रवेश करने की कोशिश की, जहां सत्तारूढ़ दल के 22 बागी विधायक ठहरे थे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "सिंह को येलहंका में रामाडा रिसॉर्ट के पास एहतियातन हिरासत में लिया गया था जब वह बागी विधायकों से मिलने के लिए प्रवेश से इनकार करने के बाद विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे थे।"
बता दें कि मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर बीजेपी पर अपने 16 विधायकों को किडनैप करने और उन्हें बंधक बनाने का आरोप लगाया। याचिका में प्रदेश कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट से उनके विधायकों को बीजेपी की कैद से छुड़ाने की मांग की है। इसके साथ ही कांग्रेस ने याचिका में कहा कि बिना उन 16 विधायकों के विधानसभा में फ्लोर टेस्ट नहीं हो सकता।
हालांकि, प्रदेश कांग्रेस के बागी विधायक एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए मुख्यमंत्री कमलनाथ पर हमला बोला। बागियों ने कहा कि वे बीजेपी जॉइन करने पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने सीएम कमलनाथ पर हमला बोलते हुए कहा कि 'उनकी सरकार में हमारी कोई सुनवाई नहीं होती है। उन्होंने कहा कि सीएम के पास हमारी बात सुनने का वक्त नहीं होता, उनका सारा ध्यान छिंदवाड़ा पर होता है।' उन्होंने कहा यहां सभी लोग अपनी मर्जी से आए हैं।