नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर बीजेपी को समर्थन देने के लिए एनसीपी अजित पवार गुट में शामिल हुए धन्नजय मुंडे वापस शरद पवार के गुट में लौट चुके है। धन्नजय मुंडे मुंबई के वाईवी चव्हाण सेंटर में एनसीपी की बैठक में शामिल होने पहुंचे है। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिये भाजपा से हाथ मिलाने के अजित पवार के फैसले को शनिवार को ‘‘अनुशासनहीनता’’ करार दिया।
उन्होंने कहा कि उनके भतीजे और पाला बदलने वाले पार्टी के अन्य विधायकों पर ‘‘दल-बदल विरोधी कानून’’ के प्रावधान लागू होंगे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख ने दावा किया कि भाजपा नीत नयी सरकार विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर पाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि ‘शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस’ के पास संयुक्त रूप से संख्या बल है और तीनों दल सरकार बनाएंगे। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी तीनों दलों के साथ मिल कर सरकार बनाने की बात दोहराई। शनिवार सुबह हुए चौंका देने वाले राजनीतिक घटनाक्रम के बाद पवार ने शिवसेना प्रमुख के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।
ठाकरे ने कहा, ‘‘पहले ईवीएम का खेल चल रहा था और अब यह एक नया खेल है। अब मुझे नहीं लगता कि चुनाव कराने की भी कोई जरूरत है।’’ शरद पवार ने कहा कि जिन विधायकों ने दल-बदल किया है उनकी विधानसभा की सदस्यता छिन जाएगी और जब उपचुनाव होंगे, तब कांग्रेस-राकांपा-शिवसेना गठबंधन उनकी हार सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘उनके मतदाता भी उपयुक्त रुख अख्तियार करेंगे।’’ शरद ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि क्या उनके भतीजे ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के डर से भाजपा का समर्थन करने का फैसला लिया।