मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले जब गठबंधन को अंतिम रूप दिया गया था तब शिवसेना से ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद का वादा नहीं किया गया था। राज्य में अगली सरकार में सत्ता में भागीदारी को लेकर भाजपा एवं शिवसेना के बीच चल रही तकरार के बीच फडणवीस ने कहा कि वह अगले पांच साल तक मुख्यमंत्री रहेंगे। फडणवीस ने शिवसेना के मुखपत्र ‘‘सामना’’ में भाजपा को अक्सर निशाना बनाए जाने को लेकर नाराजगी भी जाहिर की।
उन्होंने कहा कि इसकी भूमिका वार्ताओं को पटरी से उतारने की है। फडणवीस ने यहां अपने आधिकारिक आवास ‘‘वर्षा’’ में संवाददाताओं से कहा ‘‘अगले पांच सालों के लिए भाजपा के नेतृत्व में सरकार बनेगी और इसे लेकर किसी को भी कोई संदेह नहीं होना चाहिए।’’ महाराष्ट्र में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती हैं और राज्य की अगली सरकार में सत्ता में भागीदारी को लेकर दोनों के बीच तकरार चल रही है। पिछले सप्ताह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा को उनके, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह एवं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले 50:50 के फार्मूले पर बनी सहमति की याद दिलाई थी। शिवसेना ने राज्य में अगली गठबंधन सरकार बनाने का दावा करने के बारे में बातचीत करने से पहले भाजपा से ‘‘सत्ता में बराबर की भागीदारी के फार्मूले ’’ के कार्यान्वयन का लिखित आश्वासन मांगा है।
इस मुद्दे पर फडणवीस ने कहा ‘‘मैंने अमित शाह से पुष्टि की और उन्होंने मुझे बताया कि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले जब गठबंधन को अंतिम रूप दिया गया था तब भाजपा ने शिवसेना को ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद के बारे में कोई आश्वासन नहीं दिया था।’’ उनसे पूछा गया कि फिर 50:50 का फार्मूला क्या है। इस पर फडणवीस ने कहा ‘‘आपको जल्द ही पता चल जाएगा।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा उप मुख्यमंत्री का पद शिवसेना को देगी, फडणवीस ने कहा ‘‘समुचित फैसला किया जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा नीत गठबंधन अगले पांच साल एक स्थिर एवं कुशल सरकार देगा। शिवसेना द्वारा अन्य विकल्पों के बारे में बात किए जाने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में फडणवीस ने कहा कि दोनों सहयोगियों के पास दूसरा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा ‘‘हम मिल कर सरकार बनाएंगे। जब हम सरकार बनाने के लिए बातचीत करेंगे तब तर्कसंगत मांगों पर विचार किया जाएगा। कोई प्लान बी नहीं है। प्लान ए सफल है।’’ भाजपा के खिलाफ ‘‘सामना’’ में प्रकाशित संपादकीयों को लेकर भी फडणवीस ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा ‘‘अखबार की भूमिका बातचीत को पटरी से उतारने की है। क्या अखबार ने कांग्रेस-राकांपा के बारे में कड़ा रुख अपनाया ?’’
फडणवीस ने कहा कि भाजपा विधायक दल बुधवार को अपना नया नेता चुनेगा। मुख्यमंत्री कौन होगा ? इस सवाल पर फडणवीस ने कहा ‘‘आपको क्या कोई संदेह है। यह पहले ही तय हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नाम का ऐलान पहले ही कर चुके हैं और बैठक एक औपचारिकता होगी।’’ उनका इशारा चुनाव प्रचार के दौरान मोदी द्वारा दिए गए उस बयान की ओर था कि गठबंधन की अगुवाई फडणवीस करेंगे।
फडणवीस ने कहा कि अमित शाह बुधवार को विधायक दल की बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जनादेश से वह संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा ‘‘पहले हमें प्रावीण्यता की उम्मीद थी लेकिन प्रथम श्रेणी मिली। 1990 के बाद से किसी भी राजनीतिक दल को उस तरह की सफलता नहीं मिली जिस तरह की सफलता भाजपा को 2019 में मिली।’’ इस सवाल पर कि सरकार कब बनेगी, फडणवीस ने कहा ‘‘आपको जल्द पता चल जाएगा।’’