भोपाल। मध्य प्रदेश में एक तरफ कमलनाथ सरकार की संत समागम के जरिए संतों को साधने की कोशिश तो दूसरी तरफ बाबाओं के बीच राजनीतिक लड़ाई नजर आ रही है। मध्य प्रदेश की राजनीति में दो बाबा एक दूसरे से भिड़ रहे हैं। 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के लिए प्रचार करने वाले कंप्यूटर बाबा और देव मुरारी बापू एक दूसरे से भिड़ रहे हैं, देव मुरारी बापू ने तो यहां तक कह दिया है कि वह कंप्यूटर बाबा को जूते मारेंगे।
कंप्यूटर बाबा को नर्मदा नदी न्यास समिति के बनाए जाने के बाद देव मुरारी बापू भी मंत्री पद चाहते थे। मंत्री न बनाए जाने के चलते मुख्यमंत्री निवास पर आत्मदाह की धमकी दे चुके देव मुरारी बापू आप कंप्यूटर बाबा को जूते से मारने की धमकी दे रहे हैं वहीं कमलनाथ की आंखों में पट्टी बंधी होने का दावा भी कर रहे हैं।
विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के दौरान सॉफ्ट हिंदुत्व का सहारा लेने वाली कांग्रेस की सरकार मध्यप्रदेश के बाबाओं को भी साधने की कवायद में लगातार दिखाई दे रही है। लेकिन बाबा हैं कि आपसी झगड़े से ही निपट नहीं पा रहे हैं। चुनाव के दौरान कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करने वाले कंप्यूटर बाबा को तो सरकार ने नर्मदा नदी न्यास समिति का अध्यक्ष बना दिया लेकिन पीछे रह गए देव मुरारी बापू। जिन्हें उम्मीद थी सरकार बनेगी उन्हें मंत्री पद मिलेगा। सरकार बन गई उम्मीदें टूट गई लिहाजा 18 अगस्त को ऐलान कर दिया मुख्यमंत्री निवास पर आत्मदाह करूंगा। मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री पीसी शर्मा सामने आए कहा मंत्री पद जल्द मिलेगा। 1 महीने बीत गए जब मंत्री नहीं बनाया तो अब खुलकर कंप्यूटर बाबा समेत मुख्यमंत्री कमलनाथ को गाली देते नजर आ रहे हैं।
दरअसल कंप्यूटर बाबा को कमलनाथ सरकार ने नर्मदा नदी न्यास समिति का अध्यक्ष बनाया तो फिर देव मुरारी बापू की नाराज़गी एक महीने पहले उस वक्त सामने आई, जब उन्होंने अपने लिए गौ संवर्धन बोर्ड में पद की डिमांड कर सीएम हाउस के सामने आत्मदाह का अल्टीमेटम दिया था। जिसके बाद धर्मस्य मंत्री पीसी शर्मा के आश्वासन के बाद देव मुरारी बापू शांत पड़ गए थे। लेकिन मंगलवार को कमलनाथ सरकार के सत्ता संभालने के बाद कंप्यूटर बाबा के नेतृत्व में पहली बार संत समागम किया गया लेकिन देव मुरारी को न्योता नहीं दिया गया। लिहाजा देव मुरारी बापू भड़क गए थाने पहुंच गए कहा मुझे कंप्यूटर बाबा से जान का खतरा है। वहीं बीते महीने देव मुरारी बापू को मंत्री पद देने का आश्वासन देने वाले धर्मस्व मंत्री पीसी शर्मा अब देव मुरारी बापू को ब्लैकमेलर कहते नजर आ रहे हैं।