मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रवक्ता नवाब मलिक ने मंगलवार को आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है और राज्य की महा विकास आघाड़ी सरकार के नेताओं की छवि खराब करने के मकसद से की गई है। केंद्र पर निशाना साधते हुए, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री मलिक ने कहा कि सत्ता का दुरुपयोग कर नेताओं को डराना बंद किया जाना चाहिए।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “देशमुख की गिरफ्तारी की समूची कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है। यह महा विकास आघाड़ी (शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन) के नेताओं को डराने के मकसद से की गई।” प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य पुलिस प्रतिष्ठान में कथित वसूली गिरोह से जुड़े धनशोधन के एक मामले में करीब 12 घंटे की पूछताछ के बाद देशमुख को सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया था।
मलिक ने कहा, “कानून अपना कार्य करेगा। अगर आप लोगों को फंसाएंगे तो सच तो किसी न किसी दिन सामने आ ही जाएगा।” उन्होंने कहा कि केंद्र को मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह के मामले में रुख साफ करना चाहिए जिन्होंने देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। सिंह लापता हैं और दो अलग-अलग मामलों में उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हैं।
पूर्व में, गठबंधन (एमवीए) नेताओं ने सिंह के लापता होने के पीछे केंद्र का हाथ होने का आरोप लगाया था। देशमुख की गिरफ्तारी राज्य में उद्धव ठाकरे नीत सरकार के लिए एक झटके के तौर पर देखी जा रही है। पिछले महीने, राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने केंद्र पर अपनी एजेंसी या प्रयोग एमवीए शासन को निशाना बनाने के लिए करने का आरोप लगाया था। महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन के कुछ नेताओं पर लगे आरोपों की विभिन्न केंद्रीय एजेंसियां जांच कर रही हैं।
इनपुट-भाषा