नयी दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पहली पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को कहा कि वह विभिन्न मुद्दों के बारे में उनकी दूरदर्शिता पूर्ण सलाह और मार्गदर्शन पर बहुत हद तक निर्भर थे। सिंह ने कहा कि पांच दशक से अधिक लंबे और शानदार राजनीतिक जीवन में मुखर्जी ने केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाली।
पूर्व प्रधानमंत्री ने मुखर्जी को कांग्रेस पार्टी के सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक के रूप में भी वर्णित किया। सिंह ने कहा, ‘‘वह जिस पद पर भी रहे, उन्होंने अपने विशाल ज्ञान, बुद्धिमता, जीवन के व्यापक अनुभव और नेतृत्व कौशल के साथ कई मुद्दों पर सरकार के महत्वपूर्ण निर्णयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।’’
सिंह ने ‘प्रणब मुखर्जी लेगेसी फाउंडेशन’ द्वारा उनकी पहली पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित पहले वार्षिक प्रणब मुखर्जी स्मृति व्याख्यान में भाग लिया। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने स्मृति व्याख्यान दिया। सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान मुखर्जी राष्ट्रपति के प्रतिष्ठित पद पर पदोन्नत होने से पहले रक्षा, विदेश और वित्त मंत्री थे।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैंने उनके साथ बहुत निकटता से काम किया और विभिन्न मुद्दों पर उनकी बुद्धिमत्तापूर्ण सलाह और मार्गदर्शन के लिए मैं उन पर बहुत हद तक निर्भर था।’’ कांग्रेस के कई नेताओं ने भी पूर्व राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि दी और उन्हें एक महान नेता के रूप में याद किया।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि वह बांग्लादेश के सच्चे मित्र और उपमहाद्वीप के एक महान राजनीतिक प्रतीक थे। मैं इस महान व्यक्तित्व को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। प्रणब दा का बांग्लादेश से गहरा लगाव था। हमारे महान मुक्ति संग्राम में उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। बांग्लादेश के लोग उनके समर्थन को कृतज्ञतापूर्वक याद करते हैं। प्रणब मुखर्जी हमारे राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के लिए बहुत सम्मान और गहरा सम्मान करते थे।
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