नयी दिल्ली: गुजरात के वडगाम से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी रोक के बाद भी दिल्ली में रैली करने पर अड़े हुए हैं। दिल्ली पुलिस की इजाजत नहीं मिलने के बावजूद मेवाणी रैली करने पर अड़े हुए हैं। जिग्नेश संसद मार्ग पहुंच गए हैं जहां से वो जंतर-मंतर जाएंगे। यहां किसी को रैली की इजाज़त नहीं है। NGT ने जंतर-मंतर पर रैली पर रोक लगा रखी है लेकिन मेवाणी एक कार में सवार होकर रैली करने के लिए निकल पड़े हैं। मेवाणी की रैली को देखते हुए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है। पुलिस ने जिग्नेश मेवाणी को रैली की इजाजत नहीं दी है और पार्लियामेंट स्ट्रीट पर पुलिस का भारी बंदोबस्त किया गया है। यहां सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने कई जगहों पर बैरीकेड भी लगाए हैं। वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि संसद मार्ग पर रैली के लिए मेवाणी के अनुरोध को अबतक मंजूर नहीं किया गया है। पुलिस ने पहले कहा था कि मेवाणी के आग्रह पर विचार किया जा रहा है। नयी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त ने ट्वीट किया, ‘‘संसद मार्ग पर प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन को एनजीटी के आदेश के मद्देनजर अबतक मंजूरी नहीं दी गयी है। आयोजकों को वैकल्पिक जगह पर जाने की सलाह दी गयी है जो वे स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं।’’
आयोजकों ने से बातचीत में इस बात की पुष्टि की कि वे अपनी योजना पर आगे बढेंगे। ‘सामाजिक न्याय’ रैली या ‘युवा हुंकार रैली’ की योजना तैयार की गयी थी जिसे मेवाणी और असम के किसान नेता अखिल गोगोई को संबोधित करना है। एनजीटी ने पिछले साल पांच अक्तूबर को अधिकारियों को जंतर मंतर रोड पर धरना, प्रदर्शन, लोगों के जमा होने, भाषण देने और लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल संबंधी गतिविधियां तत्काल रोकने का आदेश दिया था।
आयोजकों में से एक और जेएनयू के छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष मोहित कुमार पांडेय ने कहा, “इस कार्यक्रम को रोकने के लिए बहुत प्रयास किए जा रहे हैं और यहां तक कि कुछ मीडिया घराने गलत सूचना भी फैला रहे हैं कि रैली के लिए इजाजत नहीं दी गई है।” पांडेय ने पीटीआई को बताया कि दो जनवरी को रैली की घोषणा किए जाने के बाद से, “मेवाणी को एक देशद्रोही और शहरी नक्सली बताने वाले पोस्टरों पर बहुत सारा पैसा खर्च किया गया है।”
उन्होंने कहा कि रैली पूर्व निर्धारित समय पर ही होगी। मेवाणी से उनकी प्रतिक्रिया के लिए संपर्क नहीं किया जा सका। एक बयान में आयोजकों ने “कल 12 बजे संसद मार्ग पर एकत्रित होने” की अपील की है।