नई दिल्ली : फर्जी डिग्री विवाद मामले में मंगलवार को केजरीवाल सरकार के कानून मंत्री जितेंद्र तोमर को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर हौजखास थाने ले गई। तोमर की गिरफ्तारी बगैर किसी नोटिस के हुई।
तोमर फ़र्जी डिग्री को लेकर कुछ समय से विवादों में हैं और उनकी गिरफ़्तारी इसी घटनाक्रम का एक हिस्सा है। चलिए जानते हैं आख़िर कौन हैं तोमर और फ़र्ज़ी डिग्री की सच्चाई क्या है।
फ़रवरी 2015 में जब तोमर ने जब मंत्री पद की शपथ ली थी जब वह 48 साल के थे। उनकी पत्नी का नाम प्रीति है। तोमर बार कांसिल ऑफ़ इंडिया के सदस्य हैं और स्वत्त्र रुप से वकालत भी करते है।
याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया है कि तोमर की अवध विश्वविद्यालय की बीएससी की डिग्री फ़र्ज़ी है और तोमर का लॉ कॉलेज विश्वनाथ सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ़ लीगल स्टडी, मुंगेर, बिहार, तो बार कॉंसिल ऑफ़ इंडिया के मानकों पर ख़रा ही नहीं उतरता।
विवाद के बाद तोमर ने एक अंग्रेज़ी दैनिक से कहा था कि उन्होंने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से लॉ किया है और उनकी डिग्री एकदम प्रमाणिक है।
13 मार्च 2015 को दिल्ली हाई कोर्ट ने तोमर ख़िलाफ़ दायर मामले को ख़ारिज करने की एक अर्ज़ी को अस्वीकार कर दिया। सुनवाई के दौरान तिलक मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय ने कोर्ट को बताया कि उनके रिकार्ड में तोमर का नाम है ही नही।