नई दिल्ली: चुनाव से पहले दिल्ली सरकार का एक सर्कुलर विवादों में आ गया है। आरोप है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार के स्कूलों में बच्चों के माता पिता को आम आदमी पार्टी को वोट देने की कसम दिलाई जा रही है। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के माता पिता को स्कूल मैनेजमेंट कमेटी मीटिंग के बहाने स्कूल में बुलाया जा रहा है और केजरीवाल को ही वोट दिए जाने की बात की जा रही है।
शुक्रवार से चार दिनों तक दिल्ली के स्कूलों में स्कूल मैनेजमेंट कमेटी यानी SMC की बैठक होनी थी। इस कमेटी के सदस्य विधायक भी होते हैं। इस मीटिंग के लिए जो सर्कुलर बनाया गया है उसमें एक प्रश्नावली है जो बच्चों के माता पिता से पूछ जाने हैं। इस प्रश्नावली का नौंवा प्वाइंट है कि आप किसको वोट देंगे।
इस प्रश्नावली का दसवां प्वाइंट है कि लोकसभा चुनावों में आपने केजरीवाल को वोट क्यों न हीं दिया? बारहवें प्वाइंट में लिखा है कि आपने केजरीवाल को वोट नहीं दिया तो वो बहुत दुखी हुए। पंद्रहवां प्वाइंट है कि केजरीवाल को वोट देने के मुद्दे पर आप बाद में बदल तो नहीं जाओगे?
यहां पर माता पिता को कसम दिलाने की भी बात लिखी गई है। सर्कुलर के सत्रहवें प्वाइंट में लिखा है कि क्या आप सारे लोग केजरीवाल को वोट देंगे, अंतिम प्वाइंट में लिखा है कि आप सभी लोग केजरीवाल को ही वोट दें। बीजेपी ने इसकी शिकायत लैफ्टीनेंट गवर्नर से की है।
हालांकि आम आदमी पार्टी ने सर्कुलर को ‘झूठा प्रचार’ करार देते हुए बीजेपी पर इसकी ‘पटकथा’ लिखने का आरोप लगाया ताकि सरकार के शिक्षा में किए जा रहे सुधारों को ‘पटरी से उतारा’ जा सके। दिल्ली के शिक्षा निदेशालय ने बृहस्पतिवार को इस सर्कुलर को ‘‘फर्जी’’ करार दिया है और कहा कि इसके मूल स्रोत की वह जांच करेंगे।
डीओई निदेशक बिनय भूषण ने कहा कि संकट पैदा करने के लिए एक फर्जी सर्कुलर वितरित किया जा रहा है और वे इसके मूल स्रोत की जांच कर रहे हैं। दिल्ली सरकार में सूत्रों ने बताया कि सर्कुलर को ‘‘दुर्भावनापूर्ण इरादे’’ से स्कूल प्रबंधन समिति के कुछ समूहों के बीच वितरित किया गया है।