नई दिल्ली: दिल्ली में धरनों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। केजरीवाल और उनके नेताओं के तीन दिन से जारी धरना प्रदर्शन के बाद अब भाजपा नेता और आप के बागी विधायक कपिल मिश्रा आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। भाजपा नेता केजरीवाल सरकार के ‘गैर-प्रदर्शन’ के खिलाफ धरना कर रहे हैं।
इस बीच, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, उपराज्यपाल के कार्यालय पर तीन दिन से अनिश्चिकालीन भूख हड़ताल पर बैठे स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का साथ देने पहुंचे। केजरीवाल सहित आप नेता बैजल से आईएएस अधिकारियों को ‘हड़ताल’ खत्म करने का निर्देश देने और घर पर राशन पहुंचाने के उनके प्रस्ताव को स्वीकार करने की मांग कर रहे हैं।
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता और विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि आप सरकार के उनकी मांगे पूरी करने तक वे धरने पर बैठें रहेंगे। गुप्ता ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री जब तक लोगों को जल सुविधा मुहैया कराना सुनिश्चित नहीं करते, तब तक हम धरने पर बैठें रहेंगे।’’ उन्होंने कहा कि प्रदर्शन केजरीवाल सरकार के ‘‘गैर प्रदर्शन’’ के खिलाफ है।
गुप्ता ने कहा कि भाजपा विधायकों ने विधानसभा में पानी की कमी का मुद्दा उठाने की कोशिश थी लेकिन उन्हें बाहर निकाल दिया गया। मुख्यमंत्री अपने कार्यालय नहीं आते, लोग अपनी शिकायतें लेकर कहां जाएं। सिरसा ने कहा कि दिल्ली को पार्याप्त जल मिलने तक वह धरने पर बैठें रहेंगे। भाजपा विधायक जगदीश प्रधान भी धरने पर बैठें हैं।
भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख मनोज तिवारी के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने इससे पहले दिल्ली सचिवालय पर पानी और बिजली की समस्याओं के खिलाफ भी प्रदर्शन किया था।