नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा का दामन थामने वाले तृणमूल कांग्रेस के नेताओं पर बरसते हुए बागी नेताओं को ‘‘लालची और भ्रष्ट’’ बताते हुए कहा कि भगवा पार्टी ‘‘कचरा बटोर रही है।’’ तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा कि वह ‘‘धोखेबाजों’’ का स्थान ‘‘समर्पित सदस्यों’’ को देंगी और जो लोग ‘‘भाजपा में शामिल होने को लेकर असमंजस में हैं’’ वह तुरंत पार्टी छोड़कर चले जाएं।
मई के अंतिम सप्ताह में लोकसभा चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद से अब तक पार्टी के तीन विधायकों और पांच स्थानीय निकाय के ज्यादातर पार्षदों के भाजपा में शामिल होने की पृष्ठभूमि में बनर्जी का यह बयान आया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमें उन भ्रष्ट और लालची नेताओं की चिंता नहीं है जो दूसरी पार्टी में जा रहे हैं। वे भाजपा में इसलिए शामिल हुए हैं, क्योंकि उन्हें अपनी करनी का फल मिलने का अंदेशा सता रहा था।’’
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई पर विचार कर रही है। पूरे राज्य के पार्षदों के साथ हुई बैठक में बनर्जी ने कहा, ‘‘हम अपना कचरा फेंक रहे हैं और भाजपा उन्हें बटोर रही है। लेकिन दूसरी पार्टी में शामिल होकर लोग भ्रष्टाचार की जांच से नहीं बच सकते हैं।’’
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा कि 2021 पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले वह पार्टी का पुनर्गठन करना चाहती हैं और जो भाजपा में शामिल होने को लेकर भ्रम में हैं, उन्हें तुरंत पार्टी छोड़ देनी चाहिए।
बता दें कि मंगलवार को बॉनगॉन से तृणमूल विधायक विश्वजीत दास, 12 अलग पार्षदों और कांग्रेस प्रवक्ता प्रसन्नजीत घोष भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय और मुकुल रॉय की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हो गए। हालांकि इस पर ममता ने कहा था कि वह परेशान नहीं हैं।
2014 में 2 सीटें जीतने वाली भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनावों में बंगाल में 18 सीटें जीतीं। इसके बाद बंगाल में सियासी गर्मी इसलिए भी बढ़ गई क्योंकि पीएम मोदी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा था कि उनकी पार्टी के 40 विधायक भाजपा के संपर्क में हैं और वो जल्द कैंप शुरू करेंगे।