श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा कि ‘‘सुतली बम के आधार पर’’ संदिग्धों को आतंकवादी घोषित करना और उन्हें आईएसआईएस से जोड़ना अपरिपक्व था। हाल ही में कई जगहों पर छापेमारी के दौरान एनआईए द्वारा 10 लोगों को गिरफ्तार किए जाने और उनसे जब्त सामग्री के संदर्भ में तंज कसते हुए उन्होंने यह बात कही।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 26 दिसंबर को आईएसआईएस से प्रेरित संदिग्ध आतंकी समूह का खुलासा करते हुए 10 लोगों को गिरफ्तार किया था। एजेंसी का कहना था कि वे दिल्ली और उत्तरी भारत के दूसरे हिस्सों में राजनेताओं और सरकारी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाते हुए आत्मघाती हमले और बम धमाके करने की साजिश कर रहे थे।
महबूबा ने इन गिरफ्तारियों को चुनाव से जोड़ते हुए कहा कि एनआईए को ‘‘पूर्व के घटनाक्रमों से सीखना चाहिए’’ जब लंबी सुनवाई के बाद आरोपियों को छोड़ना पड़ा था।
उन्होंने ट्विटर पर कहा, ‘‘राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोपरि है। लेकिन संदिग्धों को सुतली बमों के अधार पर आतंकवादी घोषित करना, उन्हें खतरनाक आईएस (ISIS) से जोड़ना अपरिपक्व है। इससे उनकी और परिवार की जिंदगी पहले भी बर्बाद हो चुकी है। एनआईए को पूर्व की घटनाओं से सीखना चाहिए जिसमें दशकों बाद आरोपी बरी हो गए।’’