हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने बुधवार को कहा कि जब पैसे कमाने की बात आती है तो दलितों को ‘मारवाड़ियों’ की तरह सोचना चाहिए। हैदराबाद से करीब 60 किलोमीटर दूर वसालमार्री गांव में ‘दलित बंधु’ पहल को लेकर लोगों को संबोधित करते हुए राव ने कहा कि दलितों को मारवाड़ियों की तरह हुनरमंद बनना चाहिए। चंद्रशेखर राव की सरकार कमजोर वर्गों के सशक्तीकरण के लिए ‘दलित बंधु’ पहल शुरू करने की योजना बना रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि तेलंगाना में 15-16 लाख दलित परिवार हैं जिनमें से अधिकांश को जिंदगी चलाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है।
’10 लाख को एक साल के अंदर 30 लाख बना देंगे मारवाड़ी’
बता दें कि मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने वसालमार्री को गोद ले रखा है। हजूराबाद विधानसभा को ‘दलित बंधु’ प्रायोगिक परियोजना को लागू करने के लिए चुना गया है। यह अनुसूचित जातियों के बीच उद्यमिता एवं स्वरोजगार को बढ़ाने देने की योजना है जिसके तहत लाभार्थी को 10 लाख रुपये दिये जाएंगे। राव ने वसालमार्री गांव में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘मान लीजिए कि यह 10 लाख रुपये मारवाड़ियों के इलाके में दिये जाते तो आपको उन्हें कुछ बताना नहीं पड़ता। एक साल के अंदर वह उसे 30 लाख बना देंगे। क्या वह ऐसा करेंगे या नहीं? वे ऐसा कैसे करेंगे? क्योंकि उन्हें हुनर मालूम है।’
‘मारवाड़ियों को पता है कि पैसा कैसे कमाया जाए’
लोगों को संबोधित करते हुए राव ने कहा, ‘मारवाड़ियों को पता है कि पैसा कैसे कमाया जाए। हमारे दलितों को भी ऐसा करना चाहिए। हमें वे हुनर सीखने चाहिए।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि तेलंगाना में करीब 15-16 लाख दलित परिवार है जिनमें से अधिकांश अपनी जिंदगी को चलाने के लिए मशक्कत कर रह हैं। उन्होंने कहा कि सरकार वसालमार्री में 76 दलित परिवारों के वास्ते इस योजना के तहत 7.06 करोड़ रुपये मंजूर कर रही है। (भाषा)