नई दिल्ली: सोमवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक में असम चुनाव में हुई पार्टी की हार को लेकर भी चर्चा की गई। सूत्रों ने बताया कि असम में बदरुद्दीन अजमल के साथ मिलकर चुनाव लड़ने को लेकर कई कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाए। ऐसे नेताओं में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह भी शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में दिग्विजय सिंह ने पूर्व में बिना बदरुद्दीन अजमल के साथ गठबंधन किए असम में चुनाव जीतने की ओर इशारा किया। सूत्रों के अनुसार, दिग्विजय सिंह ने बैठक में कहा कि 'हमने भी वहां पर चुनाव जीते थे।' उनका इशारा बिना बदरुद्दीन अजमल के साथ हाथ मिलाए पूर्व में राज्य में पार्टी की जीत की ओर था।
बैठक में और क्या-क्या हुआ?
कांग्रेस पार्टी के नए अध्यक्ष के लिए जून में चुनाव की जो बात चल रही थी वह फिलहाल ठंडे बस्ते में चली गई है। इंडिया टीवी को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, CWC की बैठक में चुनाव को फिलहाल टालने पर सहमति बनी है।
बैठक में पहले प्रस्ताव रखा गया था कि 23 जून को नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए मतदान किया जाए, लेकिन बाद में सभी सदस्यों के बीच सहमति बनी की जबतक देश में कोरोना महामारी है तबतक कांग्रेस पार्टी के नए अध्यक्ष का चुनाव नहीं किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार CWC सदस्यों ने बैठक में कहा कि जब पार्टी ने विधानसभा चुनावों को टालने की वकालत की है तो फिर ऐसे समय में पार्टी संगठन के चुनाव कैसे करा सकती है।
CWC की बैठक के दौरान सोनिया गांधी ने CWC के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि जनवरी में हुई CWC की पिछली बैठक में तय हुआ था कि कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जून अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।
सोनिया गांधी ने कहा कि चुनाव के लिए गठित कमेटी के चेयरमैन मधुसूदन मिस्त्री ने चुनाव के लिए एक शेड्यूल तैयार कर लिया है। बाद में सोनिया गांधी ने CWC के सभी सदस्यों से अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अपनी-अपनी राय रखने के लिए कहा।
सोनिया गांधी द्वारा अध्यक्ष पद के चुनाव पर राय रखने के लिए कहे जाने पर ज्यादातर सदस्यों ने फिलहाल के लिए चुनाव टालने की बात कही, जिसके बाद महामारी रहने तक चुनाव को टालने का फैसला लिया गया।