जयपुर: राजस्थान विधानसभा का पांचवां सत्र शुक्रवार को शुरू हुआ। सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने शोकाभिव्यक्ति के बाद सदन की कार्यवाही दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद दोबारा कार्यवाही शुरू होने पर राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पेश किया। सरकार की ओर से संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने प्रस्ताव पेश किया। प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत करते हुए धारीवाल के कहा कि केंद्र की सरकार के इशारों पर मध्य प्रदेश व गोवा में चुनी हुई सरकारों को गिराया गया है। धारीवाल ने कहा कि धन बल व सत्ता बल से सरकारें गिराने का यह षडयंत्र राजस्थान में कामयाब नहीं हो सका। सदन में इस प्रस्ताव पर बहस हो रही है।
बता दें कि कांग्रेस के विधायक बसों में भरकर विधानसभा में पहुंचे जो यहां जयपुर के बाहर एक निजी होटल में रुके हुए हैं। सदन शुरू होने से ठीक पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि विधानसभा में सत्य की जीत होगी। गहलोत ने विधानसभा का पांचवां सत्र शुरू होने से पहले ट्वीट किया,'विधानसभा का सत्र आज शुरू हो रहा है, यह राजस्थान के लोगों व कांग्रेस विधायकों की एकता की जीत होगी, यह सत्य की जीत होगी: सत्यमेव जयते।'
बता दें कि मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ राज्य विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। भाजपा विधायक दल की बृहस्पतिवार को यहां हुई बैठक में यह फैसला किया गया। नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा था कि विधानसभा के शुक्रवार से शुरू हो रहे सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा।
कटारिया ने कहा था, ' हम अपनी तरफ से अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ रहे हैं। हमने अपने प्रस्ताव में उन सारे बिंदुओं को लिया है जो आज राजस्थान में ज्वलंत हैं।' कांग्रेस में खींचतान और खेमेबंदी का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ' अब भी कोशिश की है पैंचिंग की। लेकिन एक पूरब जा रहा है तो एक पश्चिम जा रहा है। ऐसी गति में मुझे लगता है कि सरकार ज्यादा दिन तक जी नहीं सकेगी। भले ही इसका टांका लगाने की कोशिश की है लेकिन कपड़ा फट चुका है। आज नहीं तो कल कपड़ा फटेगा।'