नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में मंत्रियों के समूह की एक बैठक शनिवार को उनके आवास पर आयोजित की गई। इस बैठक में कोरोना वायरस महामारी के चलते देश में 3 मई तक बढ़ाए गए लॉकडाउन की वजह से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की गई और 20 अप्रैल से बिना कोरोना संक्रमण वाले क्षेत्रों में कारोबार को सशर्त खोलने की योजना को अंतिम रूप दिया गया। मंत्री समूह ने विभिन्न मंत्रालयों से कोरोना वायरस की स्थिति पर उनकी प्रतिक्रिया भी हासिल की।
मंत्री समूह ने गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के साथ उन इलाकों में आर्थिक गतिविधियां शुरू करने के फैसले की सराहना की, जहां एक भी कोरोना संक्रमण का मामला नहीं है। बैठक में इस बात का ध्यान रखने के निर्देश दिए गए कि कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए।
बैठक में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के जरिये 33.25 करोड़ गरीब लाभार्थियों को 31,000 करोड़ रुपए की मदद उपलब्ध कराने की भी सराहना की। मंत्री समूह ने रिटायर्ड डॉक्टर्स, हेल्थ प्रोफेशनल्स और ग्रेजुएशन के फाइनल ईयर के मेडिकल स्टूडेंट की सेवा लेने वाले प्रस्ताव पर भी विचार किया।
कोविड-19 पर बने मंत्री समूह की 25 मार्च के बाद से यह पांचवीं बैठक थी। रक्षा मंत्री ने बैठक में आई जानकारियों, सुझावों और प्रतिक्रियाओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराया। इस बैठक में रसायन और उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौडा, उपभोक्ता मामले और सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान, महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, पर्यावरण एवं वन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, रेल मंत्री पियूष गोयल, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी, पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य मंत्री गिरिराज सिंह, श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष कुमार गंगवार, जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी, गृह राज्य मंत्री जी कृष्णा रेड्डी और अन्य लोग शामिल थे।