नई दिल्ली: पूरा देश दुनिया कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने कई इलाकों को कंटेनमेंट जोन बनाया हुआ है और लोगों का टेस्ट किया जा रहा है। इस बीच असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के नेता अबु फैजल का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में पार्टी नेता कोरोना संक्रमण के बारे में बात करते हुए समुदाय विशेष अर्थात मुस्लिमों को इसका इलाज कराने से मना कर रहे हैं।
वीडियो में फैजल दावा कर रहे हैं कि उनके पास पर्याप्त सबूत हैं कि कोरोना का तो केवल बहाना है। वास्तविकता में सरकार और डॉक्टर मिलकर मुस्लिम महिलाओं को ऐसा इंजेक्शन दे रहे हैं, जिनसे उनके बच्चे न हों और मुस्लिम आबादी न बढ़े।
अपनी वीडियो में फैजल अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए मुस्लिम लोगों को सख्त तौर पर हिदायत दे रहे हैं कि वे किसी तरह का इंजेक्शन न लें और अगर कोई बार-बार बोले तो उसका हाथ तोड़ दें या फिर वो इंजेक्शन पहले उसे लगा दें।
फैजल आगे कहते हैं कि कोरोना-शोरोना कुछ नहीं है। ये आरएसएस वायरस चल रहा है। सारी मीडिया को एक काम पर लगा दिया गया है कि मुस्लिम और इस्लाम को टारगेट करते रहो, ताकि देश का माहौल खराब हो सके और जो लोग गौ मूत्र पर अमल करते हैं, उनके जेहन में गौ-मूत्र चलता रहे।
इससे पहले हैदराबाद ओल्ड सिटी में AIMIM के विधायक कंटेनमेंट जोन में पहुंचकर निगम के अधिकारियों से भिड़े गए थे। दरअसल हैदराबाद के ओल्ड सिटी इलाके में कंटेनमेंट जोन में रहने वाले लोग अचानक बेकाबू हो गए। दोपहर के समय ओल्ड मलक पेट इलाके के कंटोनमेंट ज़ोन में रहने वाले लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
उनका आरोप था कि हैदराबाद महानगर निगम के लोग उन तक जरूरत की चीजें नहीं पहुंचा रहे हैं, रमजान का वक्त है ऐसे में उन्हें कई सारी चीजों की जरूरत होती है लेकिन उनके बच्चों को दूध भी नहीं मिल पा रहा है।
हालांकि हैदराबाद महानगर निगम के अधिकारियों ने इन आरोपों को गलत ठहराया और कहा कि जिस भी व्यक्ति की तरफ से जरूरत के सामान की मांग की जा रही है, उन्हें वह चीजें मुहैया करवाई जा रही हैं। महानगर निगम के अधिकारियों और कंटेनमेंट ज़ोन के अंदर लोगों के बीच बहस शुरू हुई तो वहां पर मलक पेट इलाके के विधायक और AIMIM के नेता अहमद बलाला पहुंच गए उन्होंने भी अपना सारा गुस्सा जीएचएमसी के अधिकारियों पर उतारा।