नयी दिल्ली: भाजपा संसदीय पार्टी की बैठक में राम मंदिर के विषय को उठाने वाले पार्टी सांसद हरिनारायण राजभर ने बुधवार को इस बात पर फिर जोर दिया कि देश के करोड़ों लोगों की भावना को देखते हुए अयोध्या में राम मंदिर बनना ही चाहिए क्योंकि इंतजार काफी लम्बा हो गया है। राजभर ने संसद भवन परिसर में कहा कि हमने संसदीय पार्टी की बैठक में राम मंदिर के विषय को उठाया था। गृह मंत्री ने धैर्य रखने की बात कही। यह सरकार की बात है। उन्होंने कहा, ‘‘देश की भावना है कि अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए। अयोध्या में जन्मस्थान पर राम मंदिर तो पहले से ही है, विषय वहां पर भव्य मंदिर बनाने का है। यह मंदिर स्थापित करने का मुद्दा नहीं है। ऐसे में भव्य मंदिर के निर्माण के लिये सरकार या अदालत के पास जाने की जरूरत नहीं है।’’
भाजपा सांसद ने कहा कि उनका निजी विचार है कि जनता अयोध्या में भव्य मंदिर का स्वयं निर्माण कर सकती है। उन्होंने जोर दिया कि जहां तक मंदिर निर्माण की बात है, तो मुस्लिम समाज भी चाहता है कि अयोध्या में मंदिर बने। राजभर ने कहा, ‘‘अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करोड़ों हिन्दुओं की आस्था का विषय है। इस मामले में लोगों का इंतजार काफी लम्बा हो गया है।’’ राम मंदिर के संबंध में कांग्रेस के आरोपों पर राजभर ने कहा कि कांग्रेस कभी भी अयोध्या में राम मंदिर नहीं बनने देना चाहती है। पिछले छह दशकों से इस मामले को अटकाने का काम कांग्रेस ने किया।
मंगलवार को भाजपा संसदीय पार्टी की बैठक में उत्तर प्रदेश से सांसद रवीन्द्र कुशवाहा और हरिनारायण राजभर एवं कुछ अन्य सांसदों ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मुद्दा उठाया था। भाजपा संसदीय पार्टी की बैठक में कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह मौजूद नहीं थे। सिंह ने सांसदों से कहा कि यह सभी की इच्छा है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो और वे धैर्य रखें।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समेत कुछ हिन्दुवादी संगठन राम मंदिर के जल्द निर्माण की वकालत कर रहे हैं। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने इसके लिये कानून बनाने पर जोर दिया है। हालांकि भाजपा का मानना है कि राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए लेकिन उसने इस उद्देश्य के लिये कानून लाने पर स्थिति स्पष्ट नहीं की है।
कांग्रेस की ओर से किसान कर्जमाफी को मुद्दा बनाने जाने के विषय में राजभर ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सत्ता में आने के बाद ही कर्जमाफी की थी। आने वाले दिनों में भी सरकार कर्जमाफी को आगे बढ़ायेगी और फैसला लेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार किसान हितैषी सरकार है और किसानो को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिये हर संभव प्रयास कर रही है।