रांची: लोकसभा चुनावों में करारी हार के बाद से नेतृत्व के संकट से गुजर रही कांग्रेस पार्टी के झारखंड प्रदेश कार्यालय पर गुरुवार शाम को जबर्दस्त मारपीट और गुटबाजी हुई। रांची के पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि कांग्रेस के शहीद चौक स्थित प्रदेश कार्यालय पर गुरुवार शाम को विभिन्न गुटों में जमकर धक्कामुक्की और नारेबाजी हुई लेकिन मौके पर पहुंची पुलिस ने बीच बचाव कर स्थिति को संभाला। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता किशोर नाथ शाहदेव ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि प्रदेश कांग्रेस के इतिहास में पहली बार पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर इस तरह का हंगामा हुआ।
‘चुनावों से पहले पार्टी की छवि को धक्का लगा’
शाहदेव ने कहा कि इस घटना के चलते विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी की छवि को बहुत धक्का लगा है। उन्होंने बताया कि पार्टी के प्रदेश कार्यालय को पुलिस की छावनी बना दिया गया जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने बताया कि इस मामले पर विचार करने के लिए पार्टी के सभी शीर्ष नेताओं की बैठक नयी दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में 3 अगस्त को बुलाई गई है। इससे पहले गुरुवार को जैसे ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार प्रदेश कार्यालय में चुनावों की तैयारी के लिए प्रदेश पदाधिकारियों के साथ पहुंचे, उन्हें वहां विरोधी गुटों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा।
पुलिस सुरक्षा में कार्यालय पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष
उनके विरोध में पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, राज्यसभा सदस्य प्रदीप बालमुचु एवं अन्य गुटों के लोगों ने जमकर हंगामा किया। विरोधी गुटों ने लोकसभा चुनाव परिणामों के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार को दोषी ठहराया और कहा कि अब उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है। इस बीच, सूत्रों ने बताया कि अजय कुमार ने पिछले सप्ताह प्रदेश कार्यालय पर अपने साथ हुई धक्कामुक्की को ध्यान में रखते हुए गुरुवार की बैठक से पूर्व पुलिस सुरक्षा मांग ली थी और पूरी पुलिस सुरक्षा में वह प्रदेश कार्यालय में दाखिल हुए।
विरोधी गुटों के नेता कार्यालय में नहीं घुस पाए
इतना ही नहीं अपने विरोधी गुटों के प्रमुख नेताओं को भी उन्होंने पुलिस की मदद से प्रदेश कार्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया जिसके चलते आम कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं में भारी रोष था। इस बीच, एक स्थानीय मीडियाकर्मी ने भी कांग्रेस कार्यालय पर हुए इस विवाद में चोट लगने की शिकायत की है जिसका कांग्रेस पदाधिकारियों ने खंडन किया है। (भाषा)