नई दिल्ली: देश में बढ़ती ईंधन कीमतों के खिलाफ कांग्रेस देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रही है। ईंधन की कीमतों में वृद्धि के लिए केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, हम दो हमारे दो, डीजल नब्बे, पेट्रोल सौ। सुरजेवाला ने देश में पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ रही कीमतों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाली केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा अब भारतीय जनता पार्टी की जगह भयंकर जनलूट पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस नेता ने सरकार पर एक बार फिर कटाक्ष करते हुए उसे पेट्रोलजीवी करार दिया।
उन्होंने कहा, कांग्रेस ने राज्य इकाइयों को निर्देश दिया है कि वे ईंधन की बढ़ती कीमतों के खिलाफ ब्लॉक स्तर से राज्य स्तर तक और फिर राष्ट्रीय स्तर पर विरोध प्रदर्शन आयोजित करें। वहीं कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने भी इस संबंध में सभी राज्यों को लिखा है। मध्य प्रदेश में तो देश में बढ़ती ईंधन की कीमतों के विरोध में शनिवार को आधे दिन के बंद का आह्वान भी किया गया है। कांग्रेस पेट्रोल और डीजल पर करों को वापस लेने की मांग कर रही है, जो केंद्र ने पिछले छह वर्षों में लगाया है।
पेट्रोल और डीजल पर लगाए गए अतिरिक्त करों को हटाने की वकालत करते हुए पार्टी नेता गौरव वल्लभ ने कहा, इससे अपने आप ही पेट्रोल की कीमत घटकर 61.92 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत घटाकर 47.51 रुपये प्रति लीटर पर आ जाएगी। हर आम भारतीय को तुरंत यह राहत प्रदान की जानी चाहिए।
रणदीप सुरजेवाला ने ईंधन पर लगाए गए अतिरिक्त करों की आलोचना करते हुए कहा, पिछले छह वर्षों में सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर अतिरिक्त उत्पाद शुल्क लगाकर 20 लाख करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है। मई 2014 में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत 108 डॉलर प्रति बैरल थी और उस समय दिल्ली में पेट्रोल 71.51 रुपये प्रति लीटर और डीजल 57.28 रुपये प्रति लीटर की कीमत पर बेचा जा रहा था। सुरजेवाला ने कहा कि दिल्ली में पर बिक रहा था। राजस्थान के श्रीगंगानगर में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर को पार कर गई है और इसकी कीमत बढ़कर अब 100.49 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वर्ष 2021 में 22 बार इजाफा हो चुका है। इस दौरान पेट्रोल की कीमत में 6.17 रुपये और डीजल की कीमत में 6.40 रुपये प्रति लीटर की दर से बढ़ोतरी हुई है।