नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने महाराष्ट्र में शिवसेना को सरकार बनाने समर्थन के लिए शर्त रखी है। इंडिया टीवी को कांग्रेस पार्टी के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस पार्टी ने शिवसेना के सामने शर्त रखी है कि वह अपनी कट्टर हिंदुत्व वाली छवि को बदले, सूत्रों के मुताबिक इस छवि के बदलने पर ही कांग्रेस महाराष्ट्र में शिवसेना का समर्थन करने के बारे में सोचेगी। 17 नवंबर को कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष शरद पवार के बीच दिल्ली में महाराष्ट्र को लेकर बैठक होगी और उस बैठक में शिवसेना को समर्थन देने के बारे में विचार किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी द्वारा शिवसेना को समर्थन देने के बारे में फाइनल फैसला 17 नवंबर को शरद पवार और सोनिया गांधी के बीच होने वाली बैठक के बाद ही किया जाएगा। दोनो नेताओं के बीच इस बात पर भी चर्चा होगी कि अगर तीन दल मिलकर सरकार बनाते हैं तो पावर शेयरिंग कैसे की जाएगी और मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री तथा मंत्री किस पार्टी के होंगे।
सूत्रों के मुताबिक सोनिया और शरद पवाह के बीच इस बात पर भी चर्चा होगी कि अगर शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाई जाती है तो कॉमन मिनिमम कार्यक्रम कैसा होगा और मलाई दार मंत्रालय किस पार्टी के पास जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक शरद पवार और सोनिया गांधी के बीच अगर सरकार बनाने को लेकर सहमति बनेगी तो उसी के बाद शिवसेना के साथ आगे की चर्चा की जाएगी।