नई दिल्ली | कांग्रेस ने शुक्रवार को सिकुड़ती अर्थव्यवस्था पर सरकार को खरी-खोटी सुनाते हुए देश में वित्तीय आपातकाल घोषित करने का आग्रह किया। पार्टी मुख्यालय में कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा, "कांग्रेस ने चार जून, 2019 को सरकार से अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए कदम उठाने का अनुरोध किया था। मगर भाजपा ने इस अनुरोध पर कोई ध्यान नहीं दिया। आज गिरता हुआ व्यापार, डूबती और असहाय अर्थव्यवस्था इस देश की सच्चाई है।"
कांग्रेस नेता ने कहा कि व्यवसाय बंद हो रहे हैं, अर्थव्यवस्था असहाय है और बेरोजगारी बढ़ रही है, लेकिन भाजपा रामायण में रावण के भाई कुंभकर्ण की तरह गहरी नींद में है। सरकार को फटकार लगाते हुए शेरगिल ने कहा, "भाजपा अभी भी अभियान व उत्सव मोड में है, वह कार्य मोड में नहीं है। उन्हें अभियान मोड से बाहर आना चाहिए और इस डूबती अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए सुधारों पर काम शुरू करना चाहिए।"
उन्होंने मांग करते हुए कहा, "सरकार को तुरंत वित्तीय आपातकाल की घोषणा करनी चाहिए। अर्थव्यवस्था पर एक श्वेत-पत्र जारी करना चाहिए और मुख्य सूचना आयुक्त (सीआईसी) के आदेश का पालन करते हुए विलफुल डिफॉल्टर्स और एनपीए के नाम जारी करने चाहिए।"
उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने लाल झंडी दिखा दी है कि अर्थव्यवस्था डूब रही है, बचत कम हो रही है, कारोबार बंद हो रहे हैं और नौकरियां खत्म हो रही हैं। उन्होंने कहा, "यह भारतीय अर्थव्यवस्था की दुखद स्थिति है, लेकिन भाजपा इसे स्वीकारने से इनकार कर रही है।" कांग्रेस ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में बैंक धोखाधड़ी के मामलों में 74 फीसदी वृद्धि हुई है और जीडीपी पांच साल के निचले स्तर पर है।
उन्होंने कहा कि पारले-जी और ऑटोमोबाइल जैसे उद्योग एक चाय के कप में बिस्कुट की तरह घुल रहे हैं। अर्थव्यवस्था पर अपने विचारों के लिए भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए शेरगिल ने कहा, "गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से सात फीसदी की दर से बढ़ रही है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की है कि भारतीय अर्थव्यवस्था अमेरिका और चीन की अपेक्षा तेजी से बढ़ रही है। भाजपा देश के सामने गंभीर आर्थिक संकट को दूर करने के बजाय ऊपरी दिखावट में लगी हुई है।"
उन्होंने कहा, "भाजपा देश के आर्थिक संकट को और अधिक बढ़ाती जा रही है, जिससे देश का आर्थिक संकट और बिगड़ रहा है। भाजपा सरकार अर्थव्यवस्था को ठीक करने के बजाय विपक्ष पर हमला करने में व्यस्त है।" वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, "संप्रग के कार्यकाल में अर्थव्यवस्था खराब थी। हमसे सवाल करने वाले वे कौन हैं?"