नयी दिल्ली: नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष पद से इस्तीफे से जुड़े घटनाक्रम को लेकर पार्टी का शीर्ष नेतृत्व नाराज है। हालांकि अभी सिद्धू के त्यागपत्र पर कोई फैसला नहीं हुआ है। पार्टी से जुड़े सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। दूसरी तरफ, पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इस पूरे घटनाक्रम पर टिप्पणी करने से इनकार किया और सिर्फ यह कहा कि इस मामले पर पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत जवाब देंगे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरी हरीश रावत जी से बात हुई है। वह पूरी स्थिति से अवगत हैं। वह आप लोगों (मीडिया) के सवालों के जवाब देंगे।’’
सुप्रिया श्रीनेत ने एक समाचार चैनल की एंकर की ओर से राहुल गांधी के संदर्भ में की गई कथित विवादित टिप्पणी पर बात की और इसकी निंदा की। उन्होंने कहा कि संबंधित पत्रकार संगठनों को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। महिला एंकर ने इस मामले में माफी मांग ली है। पंजाब के घटनाक्रम पर हरीश रावत से इस मामले पर टिप्पणी के लिए संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बातचीत नहीं हो सकी।
कांग्रेस से जुड़े एक सूत्र ने बताया, ‘‘पंजाब में सिद्धू के इस्तीफे के बाद जो नया घटनाक्रम शुरू हुआ है, उससे आलाकमान नाराज है। यह जरूर है कि पार्टी नेतृत्व की तरफ से सिद्धू के इस्तीफे के संदर्भ में अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है।’’ सूत्रों का यह भी कहना है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ नेता और राज्य सरकार के मंत्री परगट सिंह एवं अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग मंगलवार से ही सिद्धू के संपर्क हैं तथा मामले को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं।
उधर, कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष के पद से अचानक इस्तीफा देने के एक दिन बाद चुप्पी तोड़ते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को पुलिस महानिदेशक, राज्य के महाधिवक्ता और दागी नेताओं की नियुक्तियों पर बुधवार को सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि वह किसी भी तरह की कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं लेकिन अपने सिद्धांतों पर हमेशा डटे रहेंगे।
ये भी पढ़ें
- नवजोत सिंह सिद्धू को मनाने का प्रयास कर सकती हैं प्रियंका गांधी: सूत्र
- पंजाब में कांग्रेस का 'गेम ओवर', विधानसभा चुनाव से 6 महीने पहले सिद्धू ने क्यों छोड़ा अध्यक्ष पद?
- सिद्धू का इस्तीफा होते ही 'फ्रंटफुट' पर आए कैप्टन, कहा-I told you so…
- सिद्धू ने छोड़ा पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष का पद, लेकिन पार्टी में बने रहेंगे