नई दिल्ली. कांग्रेस पार्टी ने राज्यसभा के उपसभापति पद के चुनाव में विपक्ष की तरफ से प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है। प्रत्याशी उतारने से पहले कांग्रेस पार्टी ने दो वरिष्ठ नेताओं अहमद पटेल और गुलाम नबी आजाद को समान विचारधारा वाले दलों से बातचीत कर समर्थन जुटाने के लिए कहा है। राज्यसभा का उपसभापति पद अप्रैल 2020 के बाद से खाली पड़ा है। इंडिया टीवी को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक डीएमके नेता तिरुचि शिवा के नाम पर कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों की सहमति बन चुकी है और जल्द ही उनके नाम का ऐलान हो सकता है।
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अप्रैल 2020 में हरिवंश नारायण सिंह का कार्यकाल पूरा होने के बाद से ही उपसभापति का पद खाली है। अब इस पद के लिए 14 सितंबर को चुनाव होगा। पिछले चुनाव में बीके हरिप्रसाद विपक्षी दलों के साझा उम्मीदवार थे, उन्हें टीएमसी, डीएमके, लेफ्ट पार्टियों, समाजवादी पार्टी, बसपा और एनसीपी का समर्थन हासिल था।
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244 सदस्यों वाली राज्यसभा में बहुमत का आंकड़ा 123 था लेकिन कई सदस्यों के अनुपस्थित होने के कारण ये आंकड़ा घटकर 119 पर आ गया। जिस वजह से कांग्रेस पार्टी के बीके हरिप्रसाद को 20 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। हरिवंश नारायण सिंह को 125 वोट मिले जबकि बीके हरिप्रसाद को 105 वोट ही मिल पाए।
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विपक्षी दलों को आखिरी समय तब झटका लगा, जब आम आदमी पार्टी द्वारा चुनाव का बहिष्कार कर दिया गया। इस बार भी कांग्रेस के सामने यही चुनौती होगी कि क्या वो सभी विपक्षी दलों और क्षेत्रिय पार्टियों को अपने साथ लेकर आ पाएगी या फिर पिछली बार की तरह की उसके प्रयास पूरी तरह बेकार साबित होंगे