नई दिल्ली: GST को लेकर आगामी शुक्रवार को सरकार द्वारा बुलाए जा रहे विशेष सत्र से कांग्रेस ने भी दूरी बना ली है। कांग्रेस से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी और DMK ने ने भी इस विशेष सत्र का बहिष्कार करने का ऐलान किया था। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मुलाकात के बाद कांग्रेस ने आधी रात को होने वाले इस विशेष अधिवेशन का बहिष्कार करने का फैसला लिया। (पढ़ें: 1 जुलाई से लागू हो जाएगा GST, जानिए क्या होगा सस्ता और महंगा?)
पार्टी के राज्यसभा में चीफ व्हिप सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा कि हम आधी रात को होने वाले GST कार्यक्रम में हिस्सा लेने नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इसके बहिष्कार का फैसला किया है। पार्टी के दूसरे सीनियर नेताओं का भी मानना है कि व्यापारियों की भावनाओं का ध्यान रखते हुए पार्टी को GST के आधी रात वाले कार्यक्रम में नहीं शामिल होना चाहिए। कांग्रेस के इस फैसले के बाद अन्य विपक्षी पार्टियों के भी धीरे-धीरे अपने पत्ते खोलने की उम्मीद है। (पढ़ें: क्या है GST और क्या होगा इसका आप पर असर?)
इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के साथ GST लॉन्चिंग का बहिष्कार करने वाली DMK दूसरी पार्टी थी। DMK के सांसद टीकेएस एलनगोवान ने कहा कि पार्टी मानती है कि GST केवल एक महत्वपूर्ण कानूनी विधान है लेकिन ये सरकार दिखावा कर रही है। वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी फेसबुक पर लिखे एक पोस्ट में GST को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर की थीं। उन्होंने लिखा कि GST के लागू होने को लेकर हम बेहद चिंतित हैं। नोटबंदी के बाद गैर जरूरी जल्दबाजी दिखाते हुए केंद्र सरकार एक और बड़ी गलती कर रही है।