बेंगलुरू: उपचुनाव में जनता दल सेक्युलर (जेडी-एस) और कांग्रेस गठबंधन की शानदार सफलता से उत्साहित कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस को 2019 चुनाव में भाजपा के विरुद्ध प्रस्तावित महागठबंधन की अगुवाई करनी चाहिए, क्योंकि यह विपक्ष की अग्रणी पार्टी होगी और सबसे ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि सभी क्षेत्रीय पार्टियों को अगले आम चुनावों में कांग्रेस को समर्थन देने के लिए एक साथ आना चाहिए।
कुमारस्वामी ने एक निजी चैनल से बातचीत में कहा, "स्वभाविक रूप से, भविष्य के चुनाव के लिए कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है। वे लोग अकेले ज्यादा सीट जीतने वाले हैं। इस वजह से, उन्हें अगुवाई करनी होगी। कांग्रेस के लिए, सभी क्षेत्रीय पार्टियों को एकसाथ आना चाहिए और समर्थन करना चाहिए।" उन्होंने कहा कि पांच में से चार लोकसभा व विधानसभा सीट में जेडी (एस)-कांग्रेस गठबंधन की जीत राज्य के लोगों के लिए एक संदेश है। उन्होंने कहा, "निश्चित रूप से, यह उपचुनाव कर्नाटक के मतदाताओं के लिए एक संदेश है। यह नतीजे 2019 चुनावों को प्रभावित करने वाले हैं।"
कुमारस्वामी ने कहा कि अगला आम चुनाव कांग्रेस और क्षेत्रीय पार्टी समेत विपक्षियों के लिए 'एक सफल नतीजा' साबित होगा। कुमारस्वामी ने कहा, "लोग महागठबंधन को दुआएं देंगे। लोग देश की वर्तमान व्यवस्था से उब चुके हैं, वे विकल्प चाहते हैं।"
कांग्रेस की ओर से महागठबंधन की अगुवाई करने के मामले में बसपा नेता मायावती और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के संदेह के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "चुनाव से पहले अगर बात नहीं बनी तो सभी चुनाव बाद एकसाथ आ जाएंगे।"
यह पूछे जाने पर कि क्या राहुल गांधी गठबंधन के अगुवा होंगे, कुमारस्वामी ने कहा कि उनके बयान को इस तथ्य के साथ नहीं परखा जाना चाहिए कि कांग्रेस और जनता दल-सेक्युलर गठबंधन सरकार चला रही हैं और कांग्रेस प्रमुख इसका समर्थन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "अगर आप मेरा विचार पूछेंगे तो, राहुलजी वास्तव में बहुत भले (इन्नोसेंट) और दोस्ताना व्यवहार के हैं। मेरा अनुभव कहता है कि एक बार जब वह प्रतिबद्धता जता देते हैं, तो वह काम करने के प्रति प्रतिबद्ध हो जाते हैं।'
यह पूछे जाने पर कि ऐसा कहा जाता है कि अगर विपक्ष के चेहरे के तौर पर राहुल गांधी को पेश किया गया तो इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फायदा होगा, कुमारस्वामी ने कहा, "मेरा अनुभव कहता है कि राहुल राजनीति में निष्कपट हैं। वह काफी नेकनीयत और बहुत ईमानदार हैं।"