नई दिल्ली. तीन लोकसभा सीटों और 30 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के परिणाम आने के बाद अब कांग्रेस पार्टी ने इन सभी राज्यों के प्रभारियों और अध्यक्षों से पार्टी के हार और जीत की वजह पूछी हैं। कांग्रेस पार्टी के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल द्वारा राज्य के प्रभारियों और अध्यक्षों से 8 मुख्य बिंदुओं पर समीक्षा रिपोर्ट मांगी गई। इन बिंदुओं में उपचुनाव के कारण, उम्मीदवारों का चयन, प्रचार और रणनीति, पार्टी का प्रभाव गठबंधन, अन्य विपक्षी दलों का प्रभाव, उस राज्य की राजनीति पर उपचुनाव परिणामों का प्रभाव, कांग्रेस के चुनाव परिणामों की समीक्षा और चुनाव परिणामों के लिए कोई अन्य कारण (यदि कोई हो) शामिल हैं।
आपको बता दें कि बीती 2 तारीख को ही 14 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में हुए उपचुनाव के परिणाम घोषित किए गए हैं। इन उपचुनावों में कांग्रेस पार्टी को भाजपा शासित हिमाचल प्रदेश में जबरदस्त सफलता मिली। यहां कांग्रेस ने न सिर्फ मंडी की लोकसभा सीट जीती ली बल्कि तीन विधानसभा सीटों पर भी भाजपा को हरा दिया।
राजस्थान में भी कांग्रेस ने दोनों विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की। यहां धारीवाड़ और वल्लभनगर सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने कांग्रेस को हरा दिया। इसके अलावा कांग्रेस को महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और कर्नाटक में भी एक-एक सीट पर जीत मिली। कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री का गढ़ माने वाले इलाके में जीत दर्ज की। यहां कांग्रेस ने हंगल विधानसभा सीट जीत ली। कर्नाटक में भाजपा की सरकार है।
हालांकि कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन असम, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, बिहार, मेघालय और पश्चिम बंगाल में बेहद खराब रहा। असम में कांग्रेस पार्टी खाता भी न खोल सकी। इसी तरह का हाल तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में देखा गया। जहां कांग्रेस कभी पूर्ण बहुमत से सरकार बनाती थी। बात अगर बिहार की करें तो यहां कांग्रेस और राजद के बीच खुलकर बयानबाजी हुई और गठबंधन के दो फाड़ हो गए। इन दोनों सीटों पर सत्ताधारी जदयू ने जीत दर्ज की।