भोपाल | मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कांग्रेस के खिलाफ बयान का विरोध जताने के लिए सत्ताधारी कांग्रेस के कार्यकर्ता रविवार को राजधानी की सड़कों पर उतरे। उन्होंने शिवराज के आवास तक जाने की कोशिश की, मगर पुलिस ने उन्हें रोक दिया और इसी को लेकर उनकी पुलिस से झड़प हो गई। शिवराज ने पिछले दिनों सागर में बयान दिया था कि "मैं जब इंदिरा गांधी से नहीं डरा तो कमलनाथ से क्या डरूंगा। वर्तमान सरकार चाहे जो कर ले, मैं डरने वाला नहीं हूं।" उनके इस बयान पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर आपत्ति दर्ज कराई और कहा कि "सत्ता छिन जाने से शिवराज का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है।"
कांग्रेस कार्यकर्ता राज्य के जनसंपर्क मंत्री पी.सी. शर्मा ने निर्देश पर रविवार को पोस्टकार्ड और फूल लेकर शिवराज के घर जा रहे थे। कांग्रेसियों के हाथ में जो तख्तियां थीं, उन पर लिखा था- "गेट वेल सून मामू।" शिवराज अपने कार्यकाल के दौरान खुद को 'मामा' कहलाना पसंद करते थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने कांग्रेस कार्यालय के आगे बेरिकेड लगाकर रोका तो वे भड़क गए और पुलिस जवानों से उनकी झड़प हो गई।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का नेतृत्व पार्टी के भोपाल जिलाध्यक्ष कैलाश मिश्रा कर रहे थे। कार्यकर्ताओं के एक हाथ में प्लेकार्ड और दूसरे में गुलाब का फूल था। मिश्रा ने कहा, "हमारे कार्यकर्ता गांधीवादी तरीके से प्रदर्शन करते हुए शिवराज को फूल देना चाहते थे, मगर पुलिस ने उन्हें रोक दिया।" प्रदर्शनकारी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस जवानों से धक्का-मुक्की भी हुई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर भाजपा राज की तरह काम करने का आरोप लगाया।