नई दिल्ली: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कांग्रेस पर आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी ने संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में दोनों सदनों का माहौल खराब किया और पूरे सत्र में बाधा पहुंचाई। इसके लिए देश की जनता उसे कभी माफ नहीं करेगी। शाह ने दावा किया कि कांग्रेस का जनकल्याण से कोई लेना देना नहीं है, बल्कि उनका उद्देश्य हंगामा कर बिखराव एवं अस्थिरता की राजनीति करना है।
भाजपा अध्यक्ष ने एक बयान जारी कर कहा कि संसद लोकतंत्र के मंदिर के समान है, जहां से देश की विकास योजनायें और नीतियाँ मूर्त रूप लेती हैं। मुद्दों पर बहस की जाती है, जनकल्याणकारी योजनाएं तैयार होती हैं, ताकि सबको समानता मिल सके। इसके लिए सरकार ही नहीं, बल्कि विपक्ष को भी एकजुट होकर बहस करने की जरूरत होती है।
उन्होंने कहा कि बजट सत्र के दूसरे चरण में जिस तरह से कांग्रेस ने माहौल खराब किया और पूरे सत्र में बाधा पहुंचाई, उसके लिए उसे देश की जनता कभी माफ नहीं करेगी। शाह ने कहा कि बैंक घोटाला, आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा, कावेरी विवाद से लेकर अविश्वास प्रस्ताव तक में सरकार की ओर से संसदीय कार्यमंत्री, वित्त मंत्री, गृह मंत्री ने भरोसा दिलाया था कि सदन को चलने दिया जाए और इन मुद्दों पर बहस कराई जाए। लेकिन कांग्रेस ने सिर्फ यह राग अलापना शुरू किया कि सरकार बहस नहीं चाहती।
उन्होंने कहा कि कुछ विपक्षी दल भी कांग्रेस के सुर में सुर मिलाने लगे। जिसका नतीजा यह हुआ कि बजट सत्र के दूसरे चरण में 22 कार्य दिवस पूरी तरह से बर्बाद हो गए।
शाह ने कहा कि कांग्रेस और विपक्ष के गैर जिम्मेदाराना रुख के चलते बजट सत्र के दूसरे चरण में राज्यसभा में जनता का लगभग 133 करोड़ रुपया और लोकसभा में लगभग 200 करोड़ रुपया बर्बाद हो गया इसलिए, अंतराआत्मा की आवाज पर हमने बजट सत्र के दूसरे चरण का वेतन भत्ता नहीं लेने का निर्णय लिया।