नयी दिल्ली: नतीजों के बाद पहली बार गुजरात पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमनाथ मंदिर में विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। राहुल गुजरात में हार को लेकर कांग्रेस की समीक्षा बैठक में भी शामिल होंगे। राहुल गांधी अपने गुजरात दौरे की शुरूआत गिर सोमनाथ जिले में स्थित सोमनाथ मंदिर के दर्शनों के साथ किया। राहुल गांधी हाल में संपन्न गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान विभिन्न मंदिरों में दर्शन के लिए गये थे जिनमें सोमनाथ मंदिर भी शामिल था।
इससे पहले जब राहुल सोमनाथ मंदिर गये तो एक विवाद पैदा हो गया था क्योंकि उनका नाम मंदिर के रजिस्टर में गैर हिंदू वाले कालम में दर्ज किया गया था। बाद में कांग्रेस ने स्पष्ट किया था कि पार्टी की ओर से मंदिर के रजिस्टर में यह दर्ज नहीं किया गया था। सूत्रों के अनुसार राहुल गुजरात में पार्टी के विभिन्न क्षेत्रों के नेताओं के साथ अलग अलग मुलाकात भी करेंगे। शाम को वह अहमदाबाद के गुजरात विश्वविद्यालय सभागार में पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेंगे।
गुजरात चुनाव के दौरान राहुल की अगुवाई में पार्टी ने व्यापक प्रचार किया था। हालांकि इस चुनाव में पार्टी को विजय नहीं मिली किंतु उसने 77 सीटों पर सफलता पायी। भाजपा को इस चुनाव में 99 सीटें मिली। अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस वर्किग कमेटी की पहली बैठक कल हुई थी और उसके निकलने के बाद राहुल ने साफ कर दिया कि आने वाले वक्त में वो जय-शाह की जोड़ी को भूलने वाले नहीं है। पीएम मोदी की चुप्पी को वो हथियार की तरह इस्तेमाल करेंगे।
कांग्रेस ने सोचा था कि इस बार जनता भारतीय जनता पार्टी के नीचे से जमीन खींच लेगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। विजय रुपाणी एक बार फिर से शपथ लेने के लिए तैयार हैं और इन सबके बीच आज सोमनाथ के दर पर एक बार फिर से राहुल गांधी होंगे, जहां हस्ताक्षर पर ऐसी आग भड़की थी कि हार के बाद ही बड़ी मुश्किल से बुझी।