नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी पर आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की। नोटबंदी पर RBI के ताजा आंकड़ों से लेकर राहुल ने मोदी सरकार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने नोटबंदी को बड़ा घोटाला बताया और आरोप लगाया कि बड़े उद्योगपतियों के काले धन को सफेद करने के लिए नोटबंदी की गई। उन्होंने कहा, नोटबंदी गलती नहीं, आक्रमण था। पीएम मोदी बताएं कि देश पर नोटबंदी की चोट क्यों की। बता दें कि नोटबंदी पर रिजर्व बैंक की रिपोर्ट आने के बाद से ही कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हैं।
नोटबंदी पर क्या बोले राहुल गांधी-
- नोटबंदी से पहले बीजेपी ने दफ्तर खरीदे, राफेल पर मोदी जी झूठ बोल रहे हैं
- मोदी जी ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह कर दी, मोदी का वन प्वाइंट एजेंडा अमीरों की मदद करना
- 520 करोड़ का जहाज 1600 करोड़ रुपये में क्यों खरीदा, राफेल पर जेपीसी को लेकर चुप्पी क्यों?
- अनिल अंबानी 45 हजार करोड़ के कर्ज में हैं.. कुछ दिन पहले कंपनी रजिस्टर कराई
- मानहानि के मुकदमे से सच्चाई नहीं बदलेगी--राहुल गांधी
- नोटबंदी का उद्देश्य हिंदुस्तान के सबसे बड़े पूंजीवादियों की मदद पहुंचाना था
- छोटे दुकानदार और मध्यमवर्गीय बेजनेसमैन को खत्म कर बड़े बिजनेसमैन को मदद पहुंचाई
- नोटबंदी कोई गलती नहीं थी.. आपको खत्म करने के लिए और बड़े बिजनेस के लिए रास्ता खोलने का तरीका है-राहुल गांधी
- अपने मित्रों की मदद करने के लिए राफेल का घोटाला किया-राहुल गांधीपीएम मोदी ने देश की जनता की जेब से पैसे निकालकर कुछ उद्योगपतियों की जेब में डाला-राहुल गांधी
- नोटबंदी के समय पीएम के मित्रों ने कालेधन को सफेद करने का काम किया.. गुजरात के बैंक इसके उदाहरण हैं..-राहुल गांधी
- अमित शाह जी जिस बैंक के डायरेक्टर हैं उसमें सात सौ करोड़ बदला गया-राहुल गांधी
- इसे जुमला नहीं स्कैम कहा जा सकता है-राहुल गांधी
- प्रेस वाले झिझक के काम करते हैं हमारी पूरी सपोर्ट है.प्रधानमंत्री जी ने देश से वादा किया था कि नोटबंदी से कालाधान खत्म हो जाएगा..
नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद बंद किए गए 500 और 1,000 रुपये के नोटों का 99.3 प्रतिशत बैंको के पास वापस आ गया है। रिजर्व बैंक की रिपोर्ट में ये जानकारी दी गई है कि नोटबंदी के समय 500 और 1,000 रुपये के 15.41 लाख करोड़ रुपये के नोट चलन में थे। रिजर्व बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें से 15.31 लाख करोड़ रुपये के नोट बैंकों के पास आ चुके हैं। रिजर्व बैंक की इस रिपोर्ट के बाद ही विपक्ष सरकार पर हमलावर है।