नई दिल्ली: शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि कांग्रेस के लोग कश्मीर चलकर तिरंगा फहराएं और शिवसेना के नेता भी उनके साथ होंगे। लोकसभा में जम्मू कश्मीर और लद्दाख केंद्रशासित प्रदेशों के लिए अनुदानों की मांगों पर सदन में चर्चा में भाग लेते हुए सावंत ने यह भी कहा कि कांग्रेस के लोगों को अच्छी चीजों का समर्थन और खराब चीजों की आलोचना करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने से सबसे ज्यादा खुशी शिवसेना को हुई थी और यह बालासाहेब ठाकरे को श्रद्धांजलि थी। इस कदम के लिए हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन भी किया था।
सावंत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद में 40 हजार लोग मारे गए। हमारे जवान मारे जाते हैं। कश्मीर में तिरंगा जलाया जाता है। उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि जब हम बात करते हैं तो इस पर चुप रहते हैं, इस पर दुख प्रकट नहीं करते। यही नहीं, आतंकवादियों को नायक बनाया जाता है। उन्होंने महाराष्ट्र में अपनी सत्तारूढ़ सहयोगी कांग्रेस के सदस्यों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि विपक्षी दल के मित्र कश्मीर जाएं और वहां तिरंगा फहराया जाए, इसमें हम भी साथ चलेंगे।
शिवसेना सांसद ने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस हमारी सहयोगी है, लेकिन शिवसेना की जो सोच है उस पर वह कायम है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ साल पहले जम्मू-कश्मीर के लिए 80 हजार करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की थी और जांच होनी चाहिए कि पैसा कहां गया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले ने कहा कि यह अच्छा नहीं है कि राज्य का बजट संसद में पारित हो। उन्होंने कहा कि सरकार का यह प्रयास होना चाहिए कि अगली बार जम्मू-कश्मीर की विधानसभा में बजट पारित हो। उन्होंने कहा कि देश बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रहा है और ऐसे में सरकार को इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
तृणमूल कांग्रेस के सौगत रॉय ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक गतिविधियां आरंभ होनी चाहिए, विधानसभा चुनाव के लिए समयसीमा तय की जानी चाहिए और सभी नेताओं को रिहा किया जाना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि क्या कश्मीर ‘खुली जेल’ है? वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के लव श्रीकृष्णा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की तरह आंध्र प्रदेश के लिए विशेष वित्तीय पैकेज दिया जाना चाहिए।