लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार को पीएम मोदी के लिए 'गंदी नाली' शब्द का इस्तेमाल किया। यह पहली बार नही हैं कि कांग्रेस नेताओं ने इस तरह के बयान दिए हो। इससे पहले भी कांग्रेस पार्टी की तरफ से मणिशंकर अय्यर और सैम पित्रोदा को आपत्तिजनक बयान देकर हिंदी ठीक से ना बोल पाने का कारण देकर माफी मांगनी पड़ी है।
सोमवार को लोकसभा में अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि 'कहां गंगा मां और कहां गंदी नाली, दोनों की तुलना ठीक नहीं है। ये बात उन्होंने इंदिरा गांधी और पीएम मोदी के संदर्भ में कही, जहां उन्होंने इंदिरा गांधी को मां गंगा की तरह और पीएम मोदी को गंदी नाली की तरह बताया। इसके बाद उन्होंने ये भी कहा कि 'हमारा और मुंह मत खुलवाओ।'
उनके इस बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया। ऐसे में उन्होनें हालात भांपते हुए लोकसभा से बाहर निकलने के बाद माफी मांगते हुए कहा कि "मैं खुले आसमान के नीचे माफी मांगता हूं। पीएम को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं बोला था। मेरी हिंदी ठीक नहीं है।"
कांग्रेसी नेताओं के विवादित बयान-
मणिशंकर अय्यर
प्रधानमंत्री मोदी को 'नीच' कहने पर बवाल बढ़ने के बाद कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने माफी मांग थी। मणिशंकर अय्यर ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा था कि, ''हां मैंने नीच शब्द का इस्तेमाल किया। मैं हिन्दी भाषी नहीं हूं, मैं अपने मन में पहले अंग्रेजी से हिंन्दी में ट्रांसलेट करता हूं। मैंने अपने मन में 'THIS LOW PERSON' का अनुवाद किया। अगर नीच का अर्थ कुछ और है तो मैं माफी मांगता हूं। मेरे साथ ये पहली बार नहीं हुआ, पहले भी ऐसे हो चुका है।
सैम पित्रोदा
‘हुआ तो हुआ’ वाले अपने बयान पर कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने माफी मांगी थी। 84 के सिख दंगों के संबंध में सैम पित्रोदा के इस बयान पर काफी हंगामा मचा था। माफी मांगते हुए सैम पित्रोदा ने कहा था कि, ‘मेरी हिंदी अच्छी नहीं है, इसलिए मेरे बयान को गलत ढंग से पेश किया गया। मेरे कहने का मतलब था कि जो हुआ वो बुरा हुआ, मैं अपने दिमाग में बुरा का अनुवाद नहीं कर सका था।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे दुख है कि मेरा बयान गलत ढंग से पेश किया गया। मैं माफी मांगता हूं।’