नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद से हटाने के लिए कांग्रेस राहुल गांधी के सपने की कुर्बानी देने के लिए तैयार हो गई है। दो दिन पहले तक कांग्रेस विपक्ष की तरफ से राहुल को ही पीएम कैंडिडेट बता रही थी लेकिन बदले हालात में अब वो बीजेपी विरोधी किसी भी नेता को प्रधानमंत्री पद पर समर्थन देने के लिए तैयार हो गई है। कांग्रेस ने कहा कि पीएम पद के लिए वह सहयोगी पार्टियों के नेताओं का समर्थन करने को तैयार है, बशर्ते वह उम्मीदवार आरएसएस समर्थित न हो।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस पीएम पद पर राहुल की उम्मीदवारी पर नहीं अड़ेगी। उनको पीएम पद पर कोई भी बीजेपी और संघ विरोधी नेता मंज़ूर है। कांग्रेस हर हाल में 2019 में बीजेपी को सत्ता से बाहर करना चाहती है इसलिए वो पीएम पद पर ममता बनर्जी और मायावती का भी विरोध नहीं करेगी।
सूत्रों के मुताबिक पीएम पद के लिए राहुल गांधी की उम्मीदवारी इस बात पर निर्भर करती है कि 2019 में पार्टी को कितनी सीटें मिलती हैं। बता दें कि रविवार को कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक के बाद कांग्रेस की तरफ से कहा गया था कि 2019 में राहुल गांधी पार्टी का चेहरा होंगे। राहुल गांधी को पीएम पद का चेहरा बनाने के फैसले का जेडीएस के अलावा किसी और सहयोगी पार्टी ने समर्थन नहीं किया। ममता बनर्जी ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, वहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि इस पद के लिए और भी कई उम्मीदवार हैं। ममता और मायावती पहले ही विपक्ष का चेहरा बनने के दावे कर चुकी हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी को हराने के लिए विपक्षी दल नई-नई रणनीति पर काम कर रहे हैं। कांग्रेस सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश में लगी है। उत्तर प्रदेश और बिहार में जिस तरह महागठबंधन कामयाब रहा उसी तरह दूसरे राज्यों में भी ग्रैंड एलायंस करने की तैयारी चल रही है और विपक्ष मोदी के सामने अपना एक साझा प्रधानमंत्री उम्मीदवार भी खड़ा कर सकता है।
सूत्रों के मुताबिक विपक्ष प्रधानमंत्री पद के लिए महिला उम्मीदवार का नाम सामने कर सकता है। पीएम कैंडिडेट के तौर पर ममता बनर्जी और मायावती के नाम की चर्चा है। विपक्षी दलों की ये मंशा सामने आते ही कांग्रेस को शायद अपने अलग-थलग पड़ जाने का डर सताने लगा इसलिए अब वो मोदी विरोधी किसी भी दल के नेता को प्रधानमंत्री के तौर पर स्वीकार करने के लिए तैयार हो गई है।