सोलापुर: भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने गुरुवार को दावा किया कि कांग्रेस और राकांपा के कुछ विधायक एक सप्ताह या 10 दिन में भाजपा में शामिल हो जाएंगे। इस पर, राकांपा ने पलटवार करते हुए कहा कि वह विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी खेमे में भ्रम पैदा करने के लिए ऐसा कह रहे हैं। सरकारी विश्राम गृह में पाटिल ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ इस सप्ताह कांग्रेस, राकांपा के कई विधायक इस्तीफा देंगे।’’
भाजपा नेता हालांकि उन विधायकों का नाम लेने से बचते दिखे, जो सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं। उन्होंने रहस्यमय ढंग से कहा, ‘‘ अगर मैंने नाम उजागर कर दिए तो मजा खराब हो जाएगा। जिंदगी का मजा अनिश्चितताओं में है। इसलिए, इसे ऐसे ही रहने दें।’’ पाटिल ने बुधवार को कहा कि कोई इस पर चौंके नहीं अगर आने वाले दिनों में महाराष्ट्र कांग्रेस के पांच कार्यकारी अध्यक्ष में से एक भाजपा में शामिल हो जाए।
कांग्रेस ने गत शनिवार बालासाहेब थोराट को राज्य इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया था। वहीं नितिन राउत, बासवराज एम पाटिल, विश्वजीत कदम, यशोमति चंद्रकांत ठाकुर और मुजफ्फर हुसैन को राज्य का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया था। इन दावों पर राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि पाटिल की टिप्पणी से लगता है कि सत्तारूढ़ पार्टी के पास सितम्बर-अक्टूबर में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पर्याप्त उम्मीदवार नहीं हैं और इसलिए भ्रम पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है।
मलिक ने इस बात का पूरा भरोसा जताया कि राकांपा से कोई भी भाजपा में शामिल नहीं होने जा रहा। मलिक ने कहा, ‘‘ वे विपक्षी खेमे में भ्रम पैदा करना चाहते हैं। उनके दावों से प्रतीत होता है कि उनके पास दावेदार नहीं है और वे दूसरे दलों से इसे लेने की कोशिश कर रहे हैं। राकांपा से कोई नहीं जाने वाला।’’