नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने फेसबुक पर लिखे एक लेख में कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह महाभियोग को हथियार बनाकर जजों को डराने की कोशिश कर रही है। उन्होंने महाभियोग को बदले की याचिका बताते हुए लिखा है कि इसे हल्के में लेना खतरनाक है और यह न्यापालिका की आजादी के लिए खतरा है।
वित्त मंत्री ने अपने लेख में जज लोया की मौत को लेकर कल सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बार में लिखा है उऩ्होंने कुल 114 पेज के फैसले को पढ़ा है जिसे जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने लिखा है। जेटली ने सोहराबुद्दीन के एनकाउंटर से लेकर अमित शाह और जज लोया की मौत का विस्तार से ब्यौरा दिया है। उन्होंने जज लोया की मौत को लेकर कारवां मैगजीन में छपे लेख को फेक न्यूज बताया और कहा कि यह पूरा मामला इस सरकार और बीजेपी अध्यक्ष की छवि को धूमिल करने के लिए उठाया गया।
फेसबुक पर वित्त मंत्री जेटली का लेख
उन्होंने महाभियोग को एक गंभीर मामला बताते हुए लिखा है कि इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता है। राजनीतिक दलों को इसकी गंभीरता समझनी चाहिए। वहीं 4 जजों की प्रेस कॉन्फ्रेस के मुद्दे का जिक्र करते हुए उन्होंने सवाल उठाया कि चारों विद्वान जजों ने जज लोया के मामले के तथ्यों की पूरी पड़ताल की थी ? उन्होंने केवल सुनवाई के लिए लिस्टिंग को मुद्दा बनाया। उन्होंने चीफ जस्टिस के खिलाफ महाभियोग को लेकर विपक्षी दलों की भूमिका पर सवाल उठाते हुए लिखा कि राजनीतिक लड़ाईयों में न्यायपालिका को मोहरा बनाना उचित नहीं है।