नयी दिल्ली: पुलवामा आतंकी हमले पर बयान को लेकर विरोधी पार्टियों की ओर से आलोचना का सामना कर रहे पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पर अब उनकी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ही निशाना साधा है। उन्होंने उन पर तंज कसते हुए मंगलवार को कहा कि ‘सिद्धू जी, अपने इमरान भाई को समझाइए क्योंकि उसकी वजह से ही आपको गाली पड़ रही है।’ सिंह ने यह भी कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को अपने देश में मौजूद आतंकवादियों हाफिज सईद और मसूद अजहर को भारत के सुपुर्द कर देना चाहिए।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘क्या हम एक भारतीय के तौर पर निर्दोष कश्मीरी छात्रों और व्यापारियों का उत्पीड़न रोक नहीं सकते? क्या हम कश्मीरियों सहित कश्मीर चाहते हैं या कश्मीरियों के बिना कश्मीर चाहते हैं? एक राष्ट्र के तौर पर हमें यह तय करना होगा।’’ सिंह ने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि मोदी भक्त मुझे ट्रोल करेंगे, लेकिन मुझे इसकी परवाह नहीं है। एक क्रिकेटर के तौर पर मैं इमरान खान की सराहना करता हूं। पर मुझे यह विश्वास नहीं होता कि वह इन मुस्लिम कट्टरपंथियों और आईएस प्रायोजित आतंकवादी समूहों से निपट नहीं सकते।’’
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पाकिस्तान के प्रधानमंत्री, आप हिम्मत दिखाइए और आतंकवाद के गुनाहगारों हाफिज सईद और मसूद अजहर को भारत के सुपुर्द कर दीजिये। ऐसा करने से आप सिर्फ पाकिस्तान को वित्तीय संकट से ही बाहर नहीं निकलेंगे, बल्कि नोबेल शांति पुरस्कार के प्रबल दावेदार भी जाएंगे।’’ सिद्धू पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ नवजोत सिंह सिद्धू जी, आप अपने दोस्त इमरान भाई को समझाइए। उसकी वजह से आपको गाली पड़ रही है।’’
उधर, कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने सिद्धू के बयान के बारे में पूछे जाने पर सोमवार को संवाददाताओं से कहा था, ‘‘इस देश में सभी को बोलने की आजादी है, लेकिन सार्वजनिक जीवन में जो भी है, चाहे वह कांग्रेसी है या गैरकांग्रेसी है, उस व्यक्ति को देश की भावना के अनुरुप बोलना चाहिए। मुझे नहीं लगता कि किसी को भी देश की भावना के खिलाफ जाकर बोलने का कोई अधिकार है।’’
गौरतलब है कि पंजाब सरकार में मंत्री सिद्धू ने पुलवामा आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा था कि कुछ लोगों की करतूत की वजह से किसी एक देश को जिम्मेदार ठहराना उचित नहीं है। उन्होंने यह भी कहा था कि हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए। उनके इस बयान को लेकर विरोधी पार्टियों ने उन पर जमकर निशाना साधा है।