मुंबई। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ अंडरवर्ल्ड डॉन करीम लाला की मुलाकात को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत ने जो बयान दिया था उस बयान को लेकर कांग्रेस पार्टी ने उन्हें चेतावनी देते हुए नसीहत दी है कि भविष्य में इस तरह की बयानबाजी न करे, नहीं तो इसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और कांग्रेस नेता बालासाबेह थोराट ने अपने ट्वीट संदेश में लिखा है कि कांग्रेस पार्टी ने इस बारे में शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को अवगत करा दिया है।
बालासाहेब थोराट ने अपने ट्वीट संदेश में लिखा, ‘‘संजय राउत ने भारत रत्न इंदिरा गांधी को लेकर दिया अपना बयान वापस ले लिया है, यह विवाद यहीं समाप्त होता है, लेकिन भविष्य में हमारे वरिष्ठ नेताओं को लेकर राउत इस तरह के गैर जिम्मेदाराना और बेतुके बयान देने से परहेज करें, यह बर्दास्त नहीं किया जाएगा।’’
बालासाहेब थोराट ने आगे लिखा, ‘‘इंदिरा गांधी एक डायनामिक नेता थीं, 1975 में उन्होंने मुंबई के अपराध जगत की कमर तोड़ दी थी, तस्करी के रैकेट को खत्म कर दिया था और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए करीम लाला, हाजी मस्तान और युसुफ पटेल जैसे अपराधियों को कैद में डाल दिया था।’’
बालासाहेब थोराट ने भारतीय जनता पार्टी और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भी आरोप लगाया कि उन्होंने एक बदनाम अंडरवर्ल्ड डॉन के साथ मुख्यमंत्री रहते हुए वर्सा में मुलाकात की थी। बालासाहेब थोराट ने देवेंद्र फड़णवीस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए मुन्ना यादव जैसे अपराधियों का न सिर्फ संरक्षण किया था बल्कि उन्हें गवर्नमेंट बोर्ड में भी शामिल किया। उन्होंने कहा कि फडणवीस को इस मुद्दे पर बात करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने बुधवार को दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी मुंबई में डॉन करीम लाला से मिलने आती थीं। राउत ने मुंबई में अंडरवर्ल्ड के दिनों को याद करते हुए कहा कि दाऊद इब्राहिम, छोटा शकील और शरद शेट्टी जैसे गैंगस्टर महानगर और आस-पास के क्षेत्रों पर नियंत्रण रखते थे। राउत पहले एक पत्रकार थे। संजय राउत ने यहां एक पुरस्कार समारोह के दौरान एक मीडिया समूह को दिए साक्षात्कार में कहा कि वे तय करते थे कि पुलिस आयुक्त कौन बनेगा, मंत्रालय (सचिवालय) में कौन बैठेगा। राउत ने दावा किया कि हाजी मस्तान के मंत्रालय में आने पर पूरा मंत्रालय उसे देखने के लिए नीचे आ जाता था। इंदिरा गांधी पाइधोनी (दक्षिण मुंबई में) में करीम लाला से मिलने आती थीं।