लखनऊ: उप्र कांग्रेस के वरिष्ठ मुस्लिम नेता ने आज कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखकर मांग की है कि पार्टी नेता कपिल सिब्बल को उनके बयान की वजह से पार्टी से निकाल देना चाहिए, क्योंकि उन्होंने उच्चतम न्यायालय में अयोध्या मामला टालने की अपील की है।
उप्र कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष और पूर्व विधानपरिषद सदस्य सिराज मेंहदी ने आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे एक पत्र में कहा, ‘‘सिब्बल को या तो पार्टी से निकाल देना चाहिये या उन्हें स्वयं नैतिक आधार पर पार्टी से इस्तीफा दे देना चाहिए। अदालत में उन्होंने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब कांग्रेसियों ने एकमत से राहुल गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव दिया है।’’
सिब्बल का अदालत में दिया गया बयान बहुत बड़ी साजिश है और पार्टी की साख को बट्टा लगाने वाला है। उन्होंने कहा कि पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के इस बयान से काम नहीं चलने वाला है कि वह सिब्बल का निजी बयान है, कांग्रेस का मत नहीं है।
मेंहदी ने कहा, ‘‘सिब्बल का यह बयान ऐसे समय में आया है जब गुजरात विधानसभा चुनाव हो रहा है और अगले साल कई प्रदेशों में चुनाव होने वाला है। वह हमेशा पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाले बयान ही देते है।’’
मेंहदी ने कहा कि दोनों पक्षों ने मामला उच्चतम न्यायालय पर छोड़ दिया है, क्योंकि देश की जनता को यकीन है कि जो फैसला देगा वह दोनों पक्षों को मान्य होगा। किसी भी पक्षकार ने यह नहीं कहा कि वह उच्चतम न्यायालय के फैसले को नही मानेंगे। इस बीच कपिल सिब्बल ने अदालत में जो दलील मुकदमे को बढ़ाये जाने के लिये दी है और जो शब्द उन्होंने इस्तेमाल किये है। उससे न देश की जनता सहमत है और न ही दोनों पक्षकार सहमत है।