मथुरा: पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय का कहना है कि कांग्रेस जम्मू कश्मीर से संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाने का विरोध नहीं कर रही बल्कि उसे हटाए जाने के तरीके का विरोध कर रही है। यहां वृन्दावन में ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन करने के लिए पहुंचे सहाय ने रविवार को कहा कि कांग्रेस खुद कश्मीर को नया राज्य बनाना चाह रही थी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी जम्मू कश्मीर से संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के तरीके का विरोध कर रही है।
जानें, क्या कहा सुबोधकांत सहाय ने
सहाय ने कहा कि राज्य को विशेष दर्जा देने वाले इस अनुच्छेद को हटाए जाने का उनकी पार्टी विरोध नहीं कर रही है। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह कांग्रेस के जयराम रमेश ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन का मॉडल 'पूरी तरह नकारात्मक गाथा' नहीं है और उनके काम के महत्व को स्वीकार न कर और हर समय उन्हें खलनायक की तरह पेश करके कुछ हासिल नहीं होने वाला है। इसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खलनायक की तरह पेश करना गलत है और ऐसा करके विपक्ष एक तरह से उनकी मदद करता है।
‘EVM ने हराया या जनता ने, वक्त बताएगा’
बहरहाल, सहाय ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार जिस तरह कश्मीर के लोगों की जुबान बंद कर अपनी सफलता का ढिंढोरा पीट रही है, वह गलत है। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह ऐसा करके RSS का राजनीतिक एजेंडा पूरा कर रही है। झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव के विषय में उन्होंने कहा कि कुछ दलों के साथ पहले से ही कांग्रेस का गठबंधन है और इसे व्यापक बनाने के लिए वामपंथी दलों को भी साथ लिया जा रहा है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी को ईवीएम ने हराया या जनता ने, यह तो वक्त ही बताएगा।