नई दिल्ली/चंडीगढ़: पंजाब में सत्ताधारी दल में महीनों से चल रही खींचतान के बाद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के इस्तीफे को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी में ‘कुर्सी की लड़ाई’ का सबसे बड़ा खामियाजा प्रदेश के शासन को उठाना पड़ा है। एक वीडियो मैसेज में AAP प्रवक्ता राघव चड्ढा ने कहा कि सत्ताधारी दल ने कुर्सी के संघर्ष में पंजाब के मुद्दों को हाशिये पर डाल दिया। चड्ढा ने पंजाबी में कहा, ‘कांग्रेस ने पंजाब के लोगों को धोखा दिया है। उन्हें पंजाब के कल्याण की नहीं, अपनी व्यक्तिगत खुशियों की परवाह है।’
‘कांग्रेस एक डूबता टाइटेनिक है’
चड्ढा ने कहा, ‘कांग्रेस एक डूबता ‘टाइटेनिक’ है, जिसका न कोई नजरिया है, न कोई प्रतिबद्धता और न ही कोई प्रदर्शन। कांग्रेस की कुर्सी की लड़ाई में सबसे बड़ा नुकसान पंजाब राज्य के शासन का हुआ है।’ आम आदमी पार्टी के विधायक और पंजाब में नेता विपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि कांग्रेस की अंदरुनी लड़ाई से पंजाब और उसके लोगों को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने चंडीगढ़ में एक बयान में कहा, ‘कांग्रेस चाहे कितने भी चेहरे बदल ले इससे फर्क नहीं पड़ेगा, आने वाले चुनावों में पंजाब के लोग कांग्रेस की स्थिति अकाली-बीजेपी से भी बुरी करेंगे।’
‘सिर्फ अपनी जेबें भरने में व्यस्त रहे’
चीमा ने कहा, ‘अली बाबा को बदलने से बाकी चोर निर्दोष नहीं हो जाएंगे।’ उनहोंने दावा किया कि 4.5 साल से चल रहे माफिया शासन के दलदल में सभी कांग्रेसी फंस गए हैं। चीमा ने आरोप लगाया, ‘कांग्रेस चाहे कितने भी चेहरे क्यों न बदल ले, वह अपने झूठे, भ्रष्ट और अवसरवादी स्वरूप को नहीं बदल सकती।’ चीमा ने कहा कि सत्ता की भूख में कैप्टन और उनके विधायकों और मंत्रियों ने कभी पंजाब की खुशहाली के बारे में नहीं सोचा और सिर्फ अपनी जेबें भरने में व्यस्त रहे। उन्होंने कहा, ‘क्योंकि यह लड़ाई सिर्फ सीएम की कुर्सी के लिये नहीं थी, बल्कि माफिया और सरगना का दर्जा हासिल करने के लिये थी।’