नई दिल्ली: कांग्रेस के दामन पर मुसलमानों के खून के धब्बे हैं, ये चौंकाने वाला बयान दिया है पार्टी के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित करते हुए एक सवाल के जवाब में उन्होंने ने कहा कि मुझे यह कहने में थोड़ी भी झिझक नहीं है कि कांग्रेस के दामन पर मुसलमानों के खून के धब्बे हैं। ऐसे में स्वाभिवक है कि ये खून के धब्बे उनके दामन पर भी हैं। बोला जा रहा है कि उनके इस बयान से कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
उनका ये बयान तब आया जब अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से निलंबित छात्र आमिर मिंटोई ने पूछा, “1948 में एएमयू एक्ट में पहला संशोधन हुआ, उसके बाद 1950 का राष्ट्रपति आदेश और फिर हाशिमपुरा, मलियाना, मुजफ्फरनगर जैसे दंगो की पूरी लंबी लिस्ट है। साथ ही बाबरी मस्जिद के दरवाजों का खुलना, उसमें मूर्तियों का रखना और फिर बाबरी मस्जिद को ढहा दिया जाना, ये सब कांग्रेस की सरकार में हुआ, मुसलमानों की मौत के ये सब खून के धब्बे कांग्रेस के दामन पर हैं, इन धब्बों को आप कैसे धोएंगे?
इस बीच खुर्शीद के इस बयान पर आरएसएस हमलावर हो गई है। आरएसएस ने ने कांग्रेस पर तुष्टीकरण की राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। आरएसएस विचारक राकेश सिन्हा ने कहा, 'सलमान खुर्शीद को साफतौर पर यह कहना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी वोटबैंक, तुष्टीकरण की राजनीति, सांप्रदायिक ताकतों को बढ़ाने की राजनीति करती रही है। यदि इसे सलमान खुर्शीद इस बात को स्पष्ट रूप से नहीं कहते हैं तो मैं मानूंगा कि वह लीपापोती कर रहे हैं।'