श्रीनगर: जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस सुप्रीमो फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस कमजोर हो गई है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि यदि देश को बचाना है तो कांग्रेस को मजबूती से खड़ा होना होगा। उन्होंने कहा कि यह काम घर बैठकर नहीं हो सकता है। बता दें कि जम्मू एवं कश्मीर में अनुच्छेद 370 के प्रावधानों के रद्द होने के बाद अब्दुल्ला को हिरासत में ले लिया गया था और पब्लिक सेफ्टी ऐक्ट के तहत करीब साढ़े सात महीने तक अपने घर में नजरबंद रहने के बाद उन्हें 13 मार्च 2020 को रिहा किया गया था।
‘देश को बचाने के लिए कांग्रेस को जागना होगा’
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘कांग्रेस कमजोर हो चुकी है। यह बात मैं ईमानदारी से कह रहा हूं। यदि देश को बचाना है तो कांग्रेस को जागना होगा और मजबूती से खड़ा होना होगा। उन्हें उन परेशानियों को देखना होगा जिसका लोग सामना कर रहे हैं। घर पर बैठकर ऐसा नहीं होगा।’ बता दें कि फारूक अब्दुल्ला अनुच्छेद 370 के खात्मे के खिलाफ रहे हैं। बीते नवंबर जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के एक साल से भी ज्यादा समय बाद जम्मू में अपनी पहली राजनीतिक रैली में भावुक होकर अब्दुल्ला ने कहा था कि पूर्ववर्ती राज्य के लोगों का संवैधानिक अधिकार बहाल होने तक वह नहीं मरेंगे।
अब्दुल्ला ने दी थी बीजेपी को चुनौती
8 मार्च को फारूक अब्दुल्ला ने बीजेपी को जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में सरकार बनाने की चुनौती दी थी। केन्द्र शासित प्रदेश में सरकार बनाने के भारतीय जनता पार्टी की जम्मू कश्मीर इकाई के संकल्प लेने के एक दिन बाद नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने इसे खारिज करते हुए कहा था, ‘मैं देखूंगा कि यह कैसे होता है।’ अब्दुल्ला ने खुद को और अन्य नेताओं को चुनाव के समय कथित तौर पर ‘पाकिस्तानी’ करार दिए जाने के लिए बीजेपी की आलोचना की और लोगों से ‘धर्म एवं घृणा की राजनीति’ करने वालों से दूर रहने का आग्रह किया।