नई दिल्ली: पंजाब संकट को लेकर कांग्रेस पार्टी की कमेटी के सामने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पेश हुए हैं। पार्टी के पंजाब प्रभारी और कमेटी के सदस्य हरीश रावत ने बताया कि आज पंजाब के पार्टी नेताओं के साथ मुलाकात का अंतिम दिन है और अधिकतर लोगों ने अपनी राय कमेटी के सामने रखी है। उन्होंने बताया कि अधिकतर नेताओं की राय मिल चुकी है लेकिन फिर भी कोई नेता अपनी बात रखना चाहता है तो रख सकता है। हरीश रावत ने बताया कि कमेटी की रिपोर्ट जल्द ही पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी को सौंपी जाएगी। उन्होंने कमेटी के अध्यक्ष 2-3 दिन के लिए बाहर जा रहे हैं और जब वो वापस लौटेंगे तो वे अपनी रिपोर्ट पार्टी को सौंप देंगे।
पंजाब संकट को लेकर कांग्रेस पार्टी ने वरिष्ठ नेताओं का 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है और कमेटी ने पंजाब के कुल 80 विधायकों में से 79 विधायकों के साथ बात की है, एक विधायक की मां का स्वास्थ्य खराब होने की वजह से वे कमेटी के सामने पेश नहीं हो सके हैं। इसके अलावा कमेटी ने कई पंजाब के कई अन्य पार्टी नेताओं और सांसदों से भी बात की है। सभी नेताओं से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बारे में फीडबैक लिया गया है। इंडिया टीवी को मिली जानकारी के अनुसार कैप्टन अमरिंदर सिंह भी कमेटी के सामने अपना पक्ष रखने के लिए पूरी तैयारी के साथ आए हैं।
पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी में फूट पड़ गई है। भारतीय जनता पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए नवजोत सिंह सिद्धू कई बार मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के ऊपर निशाना साध चुके हैं और एक तरह से कैप्टन के खिलाफ बगावत कर रहे हैं। माना जा रहा है मौजूदा समय में पंजाब कांग्रेस के नेताओं और विधायकों का एक धड़ा कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ है और दूसरा धड़ा सिद्धू के साथ। सभी नेताओं और विधायकों की राय जानने के लिए पार्टी ने 3 सदस्यों की कमेटी बनाई है और वह जल्द अपनी रिपोर्ट पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को सौंपेगी