नई दिल्ली: कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में गणतंत्र दिवस के दिन दो समुदायों के बीच हिंसा के मामले की न्यायिक जांच की मांग की। पार्टी ने रविवार को प्रदेश सरकार पर स्थिति से निपटने में विफल रहने का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता और उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने मीडिया से कहा, "यह तभी स्पष्ट हो सकेगा, जब उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की देखरेख में न्यायिक जांच हो। हम जांच की मांग करते हैं और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं।"
हाल में हुईं हिंसा की घटनाओं का हवाला देते हुए उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर करारा प्रहार किया और उन पर स्थिति से निपटने में विफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "पुलिस बल होने के बावजूद ऐसी घटनाएं कैसे हो जाती हैं। यह वाकया प्रदेश सरकार की नाकामी दर्शाता है।" गणतंत्र दिवस पर कासगंज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और अन्य हिंदू संगठन बाइक से 'तिरंगा यात्रा' निकालते हुए जब मुस्लिम बहुल इलाके 'हुल्का क्षेत्र' से निकले तो कुछ युवकों ने यात्रा में शामिल मोटरसाइकिल सवारों पर पत्थर मारने शुरू कर दिए।
इसके बाद मोटरसाइकिल सवारों ने भी जवाबी हमला करते हुए पत्थर मारना शुरू कर दिया। वहां अचानक गोलीबारी होने लगी। दो लोगों को गोली लगी। इनमें से एक युवक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। इसके बाद आक्रोशित भीड़ ने राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजर रहे वाहनों पर हमला शुरू कर दिया। वे सार्वजनिक संपत्तियों को निशाना बनाने लगे। इस हिंसा में कुछ पुलिसकर्मियों सहित आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।