नई दिल्ली: कांग्रेस में आपसी कलह के बीच आज कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक जारी है। कार्यसमिति की बैठक में सोनिया और राहुल समेत पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद हैं। बैठक में संगठन और विधानसभा चुनावों पर चर्चा होने के उम्मीद है। स्थाई अध्यक्ष पर अभी फैसले की उम्मीद कम है लेकिन संगठन चुनावों के टाइमटेबल पर इस मीटिंग में फैसला हो सकता है। आपको बता दें कि इस बैठक को खास इसलिए माना जा रहा है कि क्योंकि कांग्रेस में इस समय सब ठीक नहीं है। ‘जी 23’ गुट के नेताओं के बगावती सुर और राज्यों में कांग्रेस में हो रही लड़ाई का समाधान निकालने के लिए भी ये बैठक हो रही है। इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष और संगठन चुनाव के मुद्दे पर मंथन किया जा सकता है। किसान आंदोलन और महंगाई जैसे मुद्दे पर सरकार को घेरने की रणनीति भी बैठक के एजेंडे में शामिल है।
बैठक में उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में होने वाले विधान सभा चुनावों की तैयारियों को लेकर भी चर्चा होगी। इन राज्यों में अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने हैं। वहीं, इस बैठक में G-23 के नेता एक बार फिर संगठन चुनाव को लेकर अपनी आवाज बुलंद कर सकते हैं, क्योंकि लोकसभा चुनाव के बाद हार की जिम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से राहुल गांधी ने इस्तीफा दे दिया था, इसके बाद से कोई भी स्थाई अध्यक्ष अभी तक नहीं चुना गया है। तब से सोनिया गांधी कार्यकारी अध्यक्ष बनी हुई हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने संगठन चुनाव को लेकर कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाने की मांग कई महीनों से कर रहे थे। आजाद ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि पार्टी से जुड़े मामलों पर चर्चा के लिए कांग्रेस कार्य समिति की तत्काल बैठक बुलाई जाए। सिब्बल ने भी पार्टी की पंजाब इकाई में मचे घमासान के बीच पिछले दिनों पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि कांग्रेस कार्य समिति की बैठक बुलाकर इस स्थिति पर चर्चा होनी चाहिए तथा संगठनात्मक चुनाव कराये जाने चाहिए।
सीडब्ल्यूसी की बैठक ऐसे समय होने जा रही है जब सुष्मिता देव, जितिन प्रसाद, लुईजिन्हो फालेरियो और कई अन्य नेता पिछले कुछ महीनों में कांग्रेस छोड़कर दूसरे दलों में शामिल हुए हैं।